डेंगू के लगातार बढ़ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। कलेक्टर ने निगम व पंचायत को गाइडलाइन जारी करते हुए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। पॉश कॉलोनियों में डेंगू के मरीज मिलना अब बड़े संकट की ओर इशारा कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों को संदिग्धों के अस्पताल आते ही तुरंत सैंपल लेकर जांच के लिए पीसी सेठी अस्पताल या एमजीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब भेजने के निर्देश दिए हैं। इससे सही उपचार के साथ ही डेंगू को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
मानसून बीतने तक रहेगा असर
डॉक्टरों का कहना है, डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण के कारण होता है और एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। डेंगू एक वायरल बीमारी है, जो मानसून के मौसम में ज्यादातर होती है। बीमारी का जल्द पता लगने से उपचार में समय पर देखभाल करने में मदद मिलेगी जब डेंगू के खिलाफ सुरक्षा की बात आती है, तो लापरवाही नहीं होनी चाहिए। एक संक्रमित व्यक्ति में लक्षण 2 से 7 दिनों तक रह सकते हैं। इसमें फ्लू जैसे हल्के लक्षण हो सकते हैं। गंभीर मामलों में इसका परिणाम डेंगू रक्तस्त्रावी बुखार हो सकता है।
डेंगू के लक्षण
-तेज बुखार ठंड लगना जोड़ों मांसपेशियों में दर्द
-आंखों के पीछे दर्द थकान ऐंठन
-त्वचा पर लाल चकत्ते मतली और उल्टी
– नाक से खून आना मसूड़ों से खून आना
डेंगू से बचाव के तरीके
– मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट, क्रीम, कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल करें
-बाहर जाते समय, लंबी बाजू की शर्ट और लंबी पैंट पहनें
-खिड़की और दरवाजों को सुरक्षित करें या यदि आवश्यक हो तो मच्छरदानी का उपयोग करें
-पानी को अपने घर के पास इकट्ठा न होने दें
-कूलर प्लांटर्स, स्टोरेज और पालतू जानवरों के कटोरे में बार-बार पानी बदलते रहें
– किचन में खाद्य पदार्थों को ढंककर रखें
– बाहर का खाना न खाएं
-अपने हाथों को 20 सेकंड के लिए नियमित रूप से धोएं। विशेष रूप से भोजन से पहले।
– छींकने या खांसने के दौरान अपना मुंह और नाक ढंक लें, हर कुछ घंटों में गर्म पानी पिएं।
इन इलाकों में मिला डेंगू
शुभम पैलेस, स्कीम नं. 51, महालक्ष्मी नगर, साउथ तुकोगंज, शिवसिटी, गृह नगर, आरएपीटीसी महेश गार्ड लाइन, ब्रह्मपुरी कॉलोनी, पिपल्याराव, आनंदपुरी, गणेशनगर खंडवा रोड, खंडवा नाका, एलआइजी और तलावलीचांदा से एक-एक मरीज सामने आए हैं। वहीं गणेश नगर से 2 डेंगू के मरीज सामने आए हैं।
रोजाना आ रहे 100 से ज्यादा सैंपल
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में रोजाना 100 से ज्यादा सैंपल आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में सैंपलों की संख्या काफी बढ़ गई है। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी अस्पतालों को भेजे गए पत्र का अब असर दिख रहा है। इसके पहले निजी अस्पताल मरीजों के सैंपल जांच के लिए नहीं भेज रहे थे।