दो दिन तक यह वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे से जब पूछा गया तो जवाब मिला कि उन्हें यह पता ही नहीं है कि यह वीडियो कहां का है। हालांकि अब इस वीडियो की हकीकत भी सामने आ गई है। यह वीडियो मध्यप्रदेश के बैतूल का है।
क्या दिख रहा है वीडियो में
वीडियो में ट्रेन के भीतर टॉयलेट के पानी से चाय बनाई जा रही है। वीडियो में जो व्यक्ति देखा जा सकता है उसने नीली रंग की शर्ट पहन रखी है। इस वीडियों को देखने पर कुछ देर सबकुछ सामान्य लगता है, लेकिन थोड़ी ही देर के बाद टॉयलेट का दरवाजा खुलता है और एक व्यक्ति टॉयलेट से काफी और चाय के बर्तन में पानी भरता है।
वीडियो में ट्रेन के भीतर टॉयलेट के पानी से चाय बनाई जा रही है। वीडियो में जो व्यक्ति देखा जा सकता है उसने नीली रंग की शर्ट पहन रखी है। इस वीडियों को देखने पर कुछ देर सबकुछ सामान्य लगता है, लेकिन थोड़ी ही देर के बाद टॉयलेट का दरवाजा खुलता है और एक व्यक्ति टॉयलेट से काफी और चाय के बर्तन में पानी भरता है।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि व्यक्ति चाय के लिए टॉयलेट का गंदा पानी भर रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार ट्रेन के भीतर मिलने वाले खाने को लेकर लोग शिकायत कर चुके हैं।
संपर्क क्रांति में शौचालय के पानी से बन रहा था खाना, आईआरसीटीसी ने खुद पकड़ा
दो दिन पहले ही निजामुद्दीन-दुर्ग छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की पेंट्रीकार में खाना बाथरूम के नल से पानी लेकर बनाया जा रहा था। अचानक जांच करने पर मामला सामने आया तो 10 हजार रुपए का जुर्माना किया गया। इसके अलावा पेंट्रीकार में बिना तारीख वाले ब्रेड के पैकेट मिले जिसे उतरवा लिया गया।
दो दिन पहले ही निजामुद्दीन-दुर्ग छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की पेंट्रीकार में खाना बाथरूम के नल से पानी लेकर बनाया जा रहा था। अचानक जांच करने पर मामला सामने आया तो 10 हजार रुपए का जुर्माना किया गया। इसके अलावा पेंट्रीकार में बिना तारीख वाले ब्रेड के पैकेट मिले जिसे उतरवा लिया गया।
रविवार को निजामुद्दीन से दुर्ग ? जाने वाली छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस दिन में 11 बजे के लगभग बिलासपुर पहुंची। ट्रेन के पहुंचते ही आईआरसीटीसी के स्थानीय प्रबंधक राजेंद्र बोरबन और उनकी टीम पेंट्रीकार की जांच करने पहुंच गए। पेंट्रीकार में घुसे तो देखा कि बाथरूम के नल से पाइप लगातार खाना पकाने के लिए पानी लिया जा रहा है। पानी के जार की तलाश की तो कुछ जार मिले जो खाली थे।
यानि ट्रेन के बाथरूम में उपयोग होने वाले पानी का इस्तेमाल ही पेंट्रीकार का संचालक खाना पकाने में कर रहा था। जांच के दौरान ब्रेड के पैकेट दिखाई दिए। उन्हें उठाकर देखा तो उसमें उत्पादन की तिथि ही अंकित नहीं थी। पूछताछ करने पर भी मैनेजर कोई जवाब नहीं दे पाया।