सितंबर में कनाडा के सेंट जोन्स में कॉमनवेल्थ गेम्स होने जा रहे हैं। खुशी की बात ये है कि इसमें होने वाली पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश के पांच खिलाडिय़ों का चयन हुआ है, जिनमें नंदानगर में रहने वाले अपूर्व दुबे भी एक हैं। वे १२० किलो वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, लेकिन उनके सामने आर्थिक समस्या आन खड़ी हुई है।
प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए दो लाख ४० हजार रुपए खर्चा आ रहा है, जिसमें आने-जाने से लेकर वहां रहने, कॉम्पीटिशन और डोपिंग फीस भी शामिल है। इस खर्च के लिए दुबे को मदद दरकार है, लेकिन चारों तरफ से निराशा हाथ लग रही है। मध्यप्रदेश सरकार के खेल एवं युवक कल्याण मंत्रालय के पास भी ऐसा कोई फंड नहीं है, जिससे मदद की जा सके।
इधर, उनकी फेडरेशन पॉवर लिफ्टिंग इंडिया के पास भी इतना पैसा नहीं है कि वे अपने खिलाडिय़ों की मदद कर सके। बताते हैं कि फेडरेशन ने केंद्र व राज्य सरकार से इस संबंध में बात की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब दुबे को अन्य मददगार की तलाश है, ताकि देश को गोल्ड दिलाकर वे अपना सपना पूरा कर सकें।