वैसे तो इंदौर में बड़ी संख्या में नोटरी करने वाले वकील हैं, लेकिन ऑल इंडिया में नोटरी करने वालों की संख्या काफी कम थी। केंद्र सरकार के विधि विभाग ने एक बार में कोटा पूरा कर दिया। थोकबंद नियुक्ति करते हुए २७ वकीलों को राष्ट्रीय स्तर का नोटरी घोषित किया। नियुक्ति में सबसे बड़ा नाम दिनेश पांडे का है।
बताया जाता है कि भाजपा से जुड़े होने की वजह से पांडे को कुछ समय पहले संगठन से संदेश मिला था कि नोटरी के लिए वे पार्टी से जुड़े वकीलों का ऑनलाइन आवेदन कराएं। इस पर पांडे ने सहयोगियों को जानकारी दी, जिनमें से तीन दर्जन लोगों ने आवेदन किया था जिसमें से ये घोषणा हुई। ये वकील अब पूरे देशभर में कहीं भी जाकर नोटरी कर सकते हैं।
पांडे के अलावा नियुक्त होने वालों में दीपक जायसवाल, अमित जायसवाल, दिनेश खंडेलवाल, अमित कौल, सचिन पाल, सूरज यादव, अजय तिवारी और कपिल शर्मा के नाम प्रमुख हैं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश स्तर पर नोटरी बनने के सैकड़ों वकीलों के आवेदन लंबित पड़े हुए हैं, जिनकी नियुक्तियां नहीं हो पाईं। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर की नियुक्ति ने बवाल मचा दिया है।