कार की पिछली सीट पर सो रहा था सात साल का बेटा
द्वारकापुरी थाने से महज कुछ दूर मेडिकल संचालक नितिन जैन निवासी सूर्यदेव नगर रहते हैं। बुधवार रात वे पत्नी शिल्पा और सात वर्षीय बेटे गर्व के साथ खरीदारी करने निकले थे। जाते वक्त घर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगाया था। कुछ देर बाद लौटे और सामान रखकर विजय नगर क्षेत्र में घूमने चले गए। पत्रिका को नितिन ने बताया कि रात 12.32 बजे घर के सामने पहुंचे तो अंदर लाइट जलता दिखा। मेन गेट का ताला टूटा था। कार की पिछली सीट पर बेटा सो रहा था। पत्नी और मुझे लगा कि घर में ज्यादा बदमाश हो सकते हैं। इसका अंदाजा लगाने के लिए डोर बेल बजाई तो घर के अंदर भगदड़ मच गई। एक बदमाश गेट खोलकर भागने लगा। पत्नी ने गेट को अंदर धकेलने का प्रयास किया, लेकिन बदमाश ताकत लगाकर बाहर आ गया। पत्नी के साथ उसे दबोचा तो वह धमकाने लगा।
खटकेदार चाकू खुला ही नही
खटकेदार चाकू निकालकर मारने की धमकी दी। वह चाकू का खटका दबाने लगा, लेकिन वह खुला नहीं। यह देख हम दोनों ने उसे मजबूती से पकड़े रखा। पत्नी ने अपने मोबाइल से डायल-100 पर सूचना दी। एक मिनट बाद डायल-100 से फोन आया और घटनास्थल की लोकेशन मांगी गई। नितिन कार के पास बदमाश को दबोचे रहे। पत्नी ने दूसरे बदमाश को घर में बंद करना चाहा तो वह किचन का दरवाजा खोलकर सीढ़ी से छत पर पहुंचा और वॉश एरिया की तरफ कूदकर भाग गया। पुलिस के इंतजार में 20 मिनट बदमाश को दबोचे रहे। शोर सुनकर पड़ोसी यश तिवारी और हेमंत रामचंदानी पहुंचे। सभी पुलिस के आने तक बदमाश को घेरे रहे। दंपती का कहना है कि यदि वे सख्ती से बदमाश का सामना नहीं करते तो वह उन पर चाकू से वार कर देता।