मध्यप्रदेश अभियोजन विभाग का नाम वल्र्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में जुड़ा
इंदौरPublished: Jan 28, 2019 07:34:11 pm
एक साल में कराई 21 लोगो को फांसी की सजा, एप के जरिए रखते काम पर नजर
मध्यप्रदेश अभियोजन विभाग का नाम वल्र्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में जुड़ा
इंदौर. मध्यप्रदेश अभियोजन विभाग का नाम वल्र्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जुड़ गया है। विभाग के डॉयरेक्टर को मंगलवार को यह सम्मान मिलेगा। अभियोजन विभाग ने एक साल में 21 लोगो को फांसी की सजा दिलवाई है। पहली बार अभियोजन को उसके काम के चलते ये सम्मान मिलने वाला है। मध्यप्रदेश लोक अभियोजन विभाग के नाम पर वल्र्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में दो रिकॉर्ड दर्ज हुए है।
जनसंपर्क अधिकारी मौसमी तिवारी ने बताया, वर्ष 2018 में विभाग ने पूरे प्रदेश में 21 लोगो को फांसी की सजा दिलाई। इसमें 18 मामले चाइल्ड रेप व 3 मर्डर के है। पहली बार एक साल में इतने लोगो को फांसी की सजा दिलाने का काम विभाग ने किया है। ये पूरे देश में रिकॉर्ड है। इसी के साथ विभाग ने एक महत्वपूर्ण एप बनाया है। इस एप के जरिए सभी कर्मचारियों व अधिकारियों के कार्य की मॉनिटरिंग की जाती है। हर दिन उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यो की जानकारी एप पर दी जाना जरुरी है। हर काम के लिए पाइंट्स तय है। उसके अनुसार रोजाना उनके काम के बदले में पाइंट्स मिलते थे। इस तरह पूरे महीने में उनके द्वारा किए गए कार्यो की समीक्षा हो जाती है। साथ ही अच्छा काम करने वाले अधिकारी की जानकारी भी उसके पाइंट्स से विभाग को मिल जाती है। सरकारी अधिकारी व कर्मचारी के काम की मॉनिटरिंग करने का ये अपनी तरह का पहला एप है। पूरे प्रदेश में किसी विभाग द्वारा इस तरह कार्यो की मॉनिटरिंग नहीं की जाती है। इन दोनो ही बातों के लिए विभाग का नाम रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। मंगलवार को होटल सयाजी में आयोजित कार्यक्रम में बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्स द्वारा मध्यप्रदेश लोक अभियोजन महानिदेशक राजेद्र प्रसाद को ये रिकॉर्ड सौंपा जाएगा। पूर्व मुख्य न्यायधीश रमेश गर्ग इस कार्यक्रम के मुख्य अथिति है। देश में पहली बार किसी प्रदेश के अभियोजन विभाग को यह सम्मान मिल रहा है।