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अमेरिकी आर्मी अफसर बनकर युवती से की ठगी

locationइंदौरPublished: May 22, 2019 09:24:25 pm

Submitted by:

Chintan

खजराना इलाके का मामला, छह महीने बाद पुलिस ने दर्ज किया केस

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अमेरिकी आर्मी अफसर बनकर युवती से की ठगी

इंदौर. ओएलक्स पर महिला राइटर ने अपना मैक लैपटॉप बेचने के लिए विज्ञापन दिया। अमेरिकी आर्मी अफसर बनकर ठगोरे ने युवती से संपर्क किया। लैपटॉप तो उसने बुलवा लिया ही साथ ही झांसे में लेकर बीस हजार रुपए भी ऐंठ लिए। करीब छह महीने की मशक्कत के बाद मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है।
खजराना पुलिस ने कैलाशपुरी कॉलोनी निवासी अंशिना जैन (27) की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। अंशिना ने बताया कि वह राइटर है। एक नवंबर 2018 को उन्होंने अपना मैक लैपटॉप 40 हजार रुपए में बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया। ये देखकर फोर्ड एडवर्ड नामक व्यक्ति ने संपर्क किया। उसने खुद को अमेरिकी आर्मी का बताया। अपना वाट्सऐप नंबर दिया जिस पर उनकी बात हुई। युवती ने फोर्ड की फेसबुक प्रोफाइल देखी तो उसमें अमेरिकन आर्मी की डे्रस में कई फोटो थे। इसमें ट्रेनिंग, परेड करते हुए उसके फोटो थे। यह प्रोफाइल 2012 से चल रही थी। इसे देखकर अङ्क्षशना को उस पर भरोसा हो गया। फोर्ड ने बताया कि फिलहाल वह पेट्रोलिंग ड्यूटी पर है। वह आर्मी में होने के कारण अपने निजी बैंक खाते से पैसा नहीं दे सकता। उसने युवती को भरोसे में लेकर लैपटॉप बुलवा लिया। पेमेंट देने के पहले उसने एक खाता नंबर देकर उसमें बीस हजार रुपए जमा करने को कहां। बताया कि पहले आपके खाते का वैरीफिकेश आर्मी करेंगी। फिर आपके खाते में लैपटॉप के साथ यह पैसा भी आ जाएगा। अंशिना ने ६ नवंबर को पैसा जमा कर दिया। 8 नवंबर को फोन कर तीस हजार रुपए की मांग करने लगा। बोला कि पहले वाले ट्रांजेक्शन में परेशानी आ गई है। युवती ने और रुपए देने से मना कर दिया। तब वह लैपटॉप की पैसा भी भेजने को तैयार नहीं हुआ। शंका होने पर युवती ने मामले की शिकायत कर दी।

इन जगहों पर की शिकायत

घटना के बाद डॉयल 100, खजराना थाना, साइबर सेल, सीएम हेल्प लाइन, ओएलएक्स, फेडएक्स पर शिकायत की। इसी के साथ बेंगलुरू पुलिस, साइबर सेल को भी उन्होंने शिकायत की थी। जिस बैंक में पैसा जमा हुआ उसे भी ईमेल पर फरियादी ने शिकायत भेजी। इस दौरान कई अधिकारियों से भी मिली लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। छह महीने बाद अब जाकर पुलिस ने केस दर्ज किया है। अशिंना ने बताया कि जिस वाट्सऐप पर से बात हुई वह अब भी चालू है। बेंगलुरू के पते पर उसने लैपटॉप बुलवाया था। अगर पुलिस जल्दी कार्रवाई करती तो उसे अब तक पकड़ा जा सकता था।
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