थाने में मारपीट करने वाले सूबेदारो की जांच करेंगे
इंदौरPublished: Jun 02, 2018 07:48:03 pm
एएसपीडीआईजी ने दिए निर्देश, विवाद के चलते खुद करने लगे थे मारपीट
इंदौर. बाणगंगा इलाके में विवाद के चलते दो सूबेदारों ने युवक की थाने में पिटाई कर दी थी। उन्हें जब टीआई ने रोका तो दोनो विवाद करने लगे। मामला अफसरों तक पहुंचा तो डीआईजी ने सूबेदारों की जांच के आदेश दिए है। जांच के बाद दोनो पर अनुशासन हीनता करने पर कार्रवाई हो सकती है। डीआरपी लाइन में पदस्थ महिला सूबेदार उजमा खान व ट्रैफिक सूबेदार नोवेंद्र सिंह पर बाणगंगा थाना परिसर में युवक से मारपीट का आरोप है। विवाद के चलते युवक ने उनकी कार पर लात मार दी थी। थाने में पिटाई पर जब टीआई तारेश सोनी ने दोनो को डपटा तो उल्टा उनसे ही दोनो सूबेदार विवाद करते हुए अफसरों को शिकायत करने की धौंस देने लगे थे। मामला के वीडियो वायरल होने के बाद दोनो सूबेदारो ने विवाद की रिपोर्ट ही थाने पर दर्ज नहीं कराई। वही विवाद के चलते तीन युवकों को पुलिस ने दो दिन तक थाने पर बैठाए रखा। बाद में शुक्रवार को उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। पीडि़त युवकों के परिवार के अनुसार सूबेदार ने केस दर्ज नहीं कराने के एवज में कार की रिपेयरिंग उनसे करवाई है। मामूली विवाद के चलते युवको से इस तरह सूबेदारों ने जो मारपीट की अब वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी से करेंगे। अगर युवकों की गलती थी तो सूबेदार कार्रवाई करते। इस तरह मारपीट का अधिकार उन्हें किसने दिया। वही शुक्रवार को मामले में डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने जांच के आदेश दिए है। मिश्र ने बताया कि एएसपी मनीषा पाठक सोनी जांच कर रिपोर्ट देंगे। थाने में इस तरह किसी से मारपीट करना सरासर गलत है। घटना के वीडियो सामने आए है। उनकी भी जांच की जा रही है। सीनियर अधिकारी से बहस करना अनुशासनहीनता है। जांच के बाद दोनो सूबेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। महिला सूबेदार ने भी अफसरों से मिलकर अपना पक्ष रखा।