पूछताछ में संजय ने बताया कि दिल्ली के तीन-चार लोगो ने कंपनी देवास में शुरू की थी। संजय उसमें कर्मचारी था। बाद में अनुबंध कर संजय, उसके पिता व मां को कंपनी में पहले पार्टनर बनाया गया। बाद में उन्हें डॉयरेक्टर बना दिया। अन्य कर्मचारियों को भी इसी तरह डॉयरेक्ट बनाया। संजय के मुताबिक कंपनी के मुख्य डॉयरेक्टर रातो रात कंपनी बंद कर भाग गए। इसी के बाद वे लोग भी गायब हो गए। संजय को लेकर पलासिया पुलिस उसके घर जाएंगी। वहां पर उसके घर की सर्चिंग व संपत्ति, बैंक खातों की जानकारी लेंगे। अन्य आरोपित के बारें में भी पुलिस पूछताछ करेंगी। कंपनी के खिलाफ भोपाल के कमला नगर व टोंकखुर्द में भी केस दर्ज है।