लसूडिय़ा पुलिस ने बताया कि स्कीम 78 निवासी नीता सिंह का एसडीए कंपाउंड में एनबीडी लॉजिस्टिक है। सूरत से कपड़ो की गढ़ान लेकर बिहार में उसे सप्लाए करते है। उनके यहां पर विपिन कुमार सिंह निवासी गाजीपुर उत्तरप्रदेश गोडाउन मैनेजर था। ऑफिस के अन्य काम भी वही संभालता था। उसने जरुरत बताकर मीना सिंह से 6 लाख रुपए व उनकी मां से 2.50 लाख रुपए उधार लिए थे। वहीं कपड़ो की 36 गढ़ाने गायब होने पर नीता सिंह ने उससे हिसाब मांगा। दो दिन तक वह हिसाब देने का बहाना बनाता रहा। फिर मोबाइल बंद कर गायब हो गया। फरियादी ने उसकी तलाश की लेकिन वह नहीं मिला। इस बीच जब उन्होंने बाजार में व्यापारियों से बकाया पेमेंट के लिए संपर्क किया तो पता चला कि करीब 6 लाख रुपए का पेमेंट विपिन ले चुका था। उसने भागने के पहले व्यापारियों के यहां जाकर फरियादी द्वारा अर्जेंट रुपए की जरुरत होने का बहाना बताकर पेमेंट लिया था। काम के दौरान ही वह कपड़ो की गढ़ाने चुराता रहा। 36 गढ़ानो की कीमत करीब 12.50 लाख रुपए है। 8 अगस्त को फरियादी ने लसूडिय़ा पुलिस को शिकायत की। जांचकर्ता ने जब विपिन को फोन लगाया तो चालू था। वह कई दिन तक इंदौर आने की बात फोन पर करता रहा बाद में मोबाइल बंद कर लिया। 7 सिंतबर को फरियादी ने एसपी अवधेश गोस्वामी को शिकायत की जिस पर से केस दर्ज हुआ। पुलिस टीम अब विपिन की तलाश में उत्तरप्रेदश जाएगी। उसकी गिरफ्तारी के बाद अहम जानकारी सामने आएगी।