ये बात आइजी विवेक शर्मा ने सोमवार शाम पुलिस कंट्रोल रुम में हुई मीटिंग में कही। ज्वाइंन होने के बाद यह उनकी पहली मीटिंग थी। इसमें सभी अफसरों के साथ टीआई मौजूद थे। शर्मा ने कहां कि लोगो की अपेक्षा पर खरा उतरना हमेशा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती रहता है। हर थाने में मौजूदा स्टॉफ के अनुसार काम का बंटवारा हो। थाना क्षेत्र में जितने गुंडे सक्रिय है उन्हें स्टॉफ की रैंक के अनुसार निगरानी का जिम्मा सौंपा जाए। वारंट तामिली व अन्य काम में भी जिम्मेदारी तय हो। फिर कोई लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई में आसानी रहती है। थाने पर स्टॉफ को काम के लिए प्रोत्साहित करने की जरुरत रहती है। इससे भी काफी अच्छे परिणाम सामने आते है।
नागरिकता संशोधन बिल (सीएए) को लेकर चल रहे प्रर्दशन को लेकर भी शर्मा ने पुलिस अफसरों को सहनशीलता रखने की हिदायत दी। उन्हें बताया कि हर जगह विरोध चल रहा है। ऐसे में प्रर्दशन में मौजूद लोगो से बात कर मध्यस्था की जाए। कही अगर कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो हर हालत में कार्रवाई की जाएगी। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि प्रर्दशन से किसी को परेशानी ना हो। समन्वय बनाकर काम करने की जरुरत है।
माफिया पर चली कार्रवाई को लेकर कहां कि अभी काफी केस दर्ज हुए है। अब जरुरी है कि इनकी जांच में दस्तावेज मिल जाए और आरोपी जल्द गिरफ्त में आ जाए। केस दर्ज होने के बाद अब दोषियों को सजा कराना भी जरुरी है। तकनीको का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किए जाने की जरुरत है। कोई भी घटना होने पर आसपास लगे सीसीटीवी को देखकर उसकी मदद ली जाना चाहिए। जो सीसीटीवी कैमरे चल रहे है उनका बेहतर उपयोग होना चाहिए।
तो टीआई पर होंगी कार्रवाई बैठक में आइजी ने साफ शब्दो में कहां कि थाने में किसी भी आरोपी को सुविधा नहीं दी जाए। हवालात में किसी की मौत होने या थाने से कोई आरोपी के भागने पर टीआई को सस्पेंड किया जाएगा चाहे वह उस समय कहीं भी हो। थानो में साप्ताहित अवकाश शुरु करने के लिए भी उन्होंने कहां। सभी टीआई को निर्देश दिए कि उनके थाने के आसपास कोई बड़ी घटना हो तो वे भी बिना किसी के कहे तुरंत पहुंचकर स्थिति संभाले। जिन थानो में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई ज्यादा होती है वहां अपराधो में कमी आती है तो ये कार्रवाई जारी रहना चाहिए।