एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने बताया कि बुधवार को एमआईजी इलाके में रहने वाले 80 वर्षीय बुजुर्ग ने शिकायत की। उनके तीन बेटे व दो बहू है। पत्नी की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। वृद्ध अवस्था के चलते वे अपनी देखरेख खुद नहीं कर सकते है। इस उम्र में जब बेटो व बहू को उनकी देखरेख करना चाहिए तो उल्टा वे लोग उन्हें परेशान करने लगे। बेटे जहां मारपीट करते वही बहु उन्हें गालियां देती। उन्हें खाना तक नहीं दिया जाता। कुछ दिन पहले मारपीट कर बुजुर्ग को घर से भी निकाल दिया गया। इसके बाद उन्हें अपनी आजीविका चलाने के लिए सडक़ पर जूता पालिश करना पड़ रहा था। खाना बनाने में भी मशक्कत करना पड़ती। पिता जब वापस अपने घर जाते तो बेटे उन्हें आने नहीं देते। इसके लिए वे काफी मिन्नते तक करते।
शिकायत के चलते सीनियर सिटीजन पुलिस पंचायत में कॉउसलिंग की गई। बुजुर्ग व उसके बेटे-बहू को भी बुलाया गया। पहले तो कॉउसलिंग टीम के सामने ही बेटे-बहू अपने बुजुर्ग पिता पर आरोप लगाने लगे। जब टीम ने उन्हें जमकर फटकार लगाई तो चुप हो गए। उन्हें बताया गया कि बुजुर्ग पिता को परेशान करने, घर से निकालने व खाना नहीं देने पर उनके खिलाफ केस दर्ज हो सकता है। उन्हें पिता के साथ हमेशा अच्छा बर्ताव करना होगा। कॉउसलिंग का असर रहा कि बेटे-बहू उन्हें साथ ले जाने के लिए तैयार हो गए। यह भी भरोसा दिया कि अब उन्हें परेशान नहीं करेंगे। अगले बुधवार फिर इन्हें कॉउसलिंग के लिए बुलाया गया है।