टीआई विजय नगर तहजीब काजी ने बताया कि बताया कि उत्तरप्रदेश निवासी आदित्य यादव ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी। क्वीकर पर एक विज्ञापन उसने देखा। इसमें एक कंपनी की जानकारी थी। विज्ञापन देखने के बाद आदित्य के पास फोन आया। उन्होंने खुद को कंपनी कर्मचारी बताकर बात की। बताया कि उनकी कंपनी कई तरह के सामान बेचती है। अगर कंपनी से जुड़ते है तो उन्हें पार्सल भेजे जाएंगे। इन्हें बताई गई जगहों पर देना होगा। जिस कीमत का पार्सल होगा उसका 20 से 30 प्रतिशत तक कमीशन उन्हें मिलेगा। पार्सल में काफी कीमत का सामान रहेगा। इसलिए सिक्योरिटी डिपाजिट के रुप में उन्हें 50 हजार रुपए जमा कराने होंगे। यह पैसा काम बंद करने पर वापस मिल जाएगा। आदित्य ने पैसा जमा कर दिया लेकिन उसे कोई काम नहीं दिया गया। पहले तो कंपनी के लोगो ने फोन पर बात की फिर मोबाइल उठाना भी बंद कर दिया। इसी के बाद उसने पुलिस को शिकायत की।
आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने भी योजना बनाई। खुद ग्राहक बनकर उनके विज्ञापन के जरिए पुलिसकर्मियों ने ठगोरो से संपर्क किया। उनसे बात कर तकनीकी आधार पर पुलिस उन तक पहुंच गई। मामले में भीम पटेल, दीपक पांचाल, नीलेश लोधी निवासी परदेशीपुरा को गिरफ्तार किया गया। इनके खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपियों को रिमांड पर लेकर अन्य वारदातो के बारें में पूछताछ की जा रही है। जानकारी मिली है कि एक दर्जन लोगो को अब तक ये ठग चुके है।