नगर निगम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर की ऐतिहासिक धरोहर राजबाड़ा का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कर रहा है। कोरोना के फैलते संक्रमण को देखते हुए शहर को लॉक डाउन किया गया है। इस कारण जहां ऐतिहासिक धरोहर के साथ स्मार्ट सिटी के अन्य कामकाज बंद हैं, वहीं मौसम में अचानक हो रहे परिवर्तन की वजह से ओले गिरने के साथ बरसात अलग हो रही है। मौसम में परिवर्तन के चलते कल शहर में बारिश होने की संभावना बनी। इसे देखते हुए निगम अफसर राजबाड़ा पहुंचे ताकि बारिश से बचाया जा सके।
निगमायुक्त आशीष सिंह के आदेश पर निगम के अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी अपनी टीम के साथ राजबाड़ा पहुंचे। उन्होंने यहां पर छत पर खुले पड़े तीन से चार वेंटिलेशन पर अस्थायी रूप से बरसाती और चद्दरें ढंकवाई ताकि बारिश होने पर पानी अंदर न जाए और सौंदर्यीकरण के लिए लगाई गई लकड़ी खराब न हो। साथ ही लकड़ी का स्ट्रक्चर भी बचा रहे। निगम अफसरों ने राजबाड़ा के साथ गोपाल मंदिर को भी पानी से बचाने की व्यवस्था की। दोनों जगह अभी अस्थायी व्यवस्था की गई है। लॉक डाउन खुलने के बाद इन दोनों धरोहर को बचाने के लिए स्थायी इंतजाम किए जाएंगे।
काम करने की मांगेंगे मंजूरी
लॉक डाउन के चलते राजबाड़ा, गोपाल मंदिर, होलकरों की छत्री, बोलिया सरकार की छत्री और गांधी हॉल का कामकाज बंद पड़ा है, क्योंकि अभी काम करने की अनुमति नहीं है। निगम अफसरों का कहना है कि अगर 3 मई तक लॉक डाउन नहीं खुलता है तो राजबाड़ा और गोपाल मंदिर के अंदर ही रहे मजदूरों से काम कराने की परमिशन कलेक्टर से मांगी जाएगी।
लॉक डाउन के चलते राजबाड़ा, गोपाल मंदिर, होलकरों की छत्री, बोलिया सरकार की छत्री और गांधी हॉल का कामकाज बंद पड़ा है, क्योंकि अभी काम करने की अनुमति नहीं है। निगम अफसरों का कहना है कि अगर 3 मई तक लॉक डाउन नहीं खुलता है तो राजबाड़ा और गोपाल मंदिर के अंदर ही रहे मजदूरों से काम कराने की परमिशन कलेक्टर से मांगी जाएगी।
मजदूरों को आज पहुंचाएंगे जरूरत की सामग्री
जब निगम अफसर राजबाड़ा और गोपाल मंदिर पहुंचे तो इन दोनों ऐतिहासक धरोहरों के परिसर में ही रह रहे राजस्थान और बंगाल के मजदूरों ने आवश्यक सामग्री न मिलने की बात अफसरों से कही। इस पर आज इन्हें राशन के साथ अन्य सामग्री पहुंचाई जाएगी। नंदलालपुरा मेनरोड का काम करने वालों के साथ गणगौर घाट आदि जगह के मजदूरों को भी जरूरत का सामान निगम पहुंचाएगा।
जब निगम अफसर राजबाड़ा और गोपाल मंदिर पहुंचे तो इन दोनों ऐतिहासक धरोहरों के परिसर में ही रह रहे राजस्थान और बंगाल के मजदूरों ने आवश्यक सामग्री न मिलने की बात अफसरों से कही। इस पर आज इन्हें राशन के साथ अन्य सामग्री पहुंचाई जाएगी। नंदलालपुरा मेनरोड का काम करने वालों के साथ गणगौर घाट आदि जगह के मजदूरों को भी जरूरत का सामान निगम पहुंचाएगा।