निगम का बजट तैयार होने के बाद मंजूरी के लिए मेयर-इन-कौंसिल (एमआईसी) में रखा जाएगा। यहां पर राशि घटाने-बढ़ाने के बाद बजट को पास किया जाएगा। इसके बाद निगम परिषद की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
इस बार का निगम बजट आगामी लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए तैयार किया जा रहा है। शहर और वार्ड में विकास कार्य के साथ जनता पर किसी तरह का टैक्स न लगाकर आर्थिक बोझ नहीं डालने पर फोकस रहेगा। चुनाव को देखते हुए जनता को रिझाने वाला बजट हो सकता है।
सड़क, पानी, स्ट्रीट लाइट, उद्यान, यातायात, स्वच्छता, सार्वजनिक शौचालयों, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना और अमृत सहित अन्य विकास कार्यों के लिए जहां करोड़ों रुपए की राशि का प्रावधान किया जा रहा है, वहीं कर्मचारियों के हितों को ध्यान रखा जाएगा।