एसपी पूर्व मो. यूसुफ कुरैशी ने बताया कि नागपुर से पलासिया पुलिस ने दीपक वानखेड़े निवासी नागपुर को पकड़ा है। उसके पास से 27 हजार रुपए के नकली नोट, कलर प्रिंटर जब्त हुआ। पुलिस ने कुछ दिन पहले सूर्यप्रताप सिंह चौहान (१९) निवासी इटावा उत्तरप्रदेश को 22700 रुपए के 100 रुपए और 200 रुपए के नकली नोट के साथ पकड़ा था। पूछताछ में उसने नोट दीपक द्वारा दिया जाना बताया। दीपक एक साइबर एक्सपर्ट है। वह डार्कनेट व डीपनेट सर्च इंजन का प्रयोग करता है। इसके जरिए नकली नोट, जानवरो के अंग की जानकारी लेता है। सोशल मीडिया के जरिए वह नकली नोट बेचने का काम करता। टेलीग्राम पर उसकी पहचान सूर्यप्रताप से हुई। इसी के बाद उसे नागपुर में नकली नोट देने के लिए बुलाया। वह ऑनलाइन जानवर के दांत को कई गुना कीमत पर बेचता। वह दावा करता कि इनके जरिए तंत्र मंत्र क्रियाए की जा सकती है।
पूछताछ में उसने बताया कि कॉल फ्री नामक एक प्राक्सी सर्वर का इस्तेमाल वह फोन करने के लिए करता। इस तरह नकली नोट बेचने पर उसकी पहचान गोपनीय रहती। इस तरह पुलिस से भी वह बच जाता। वह नकली नोट के लिए विदेश से पेपर व वाटरमार्क स्ट्रीप बुलवाता। इससे नोट छापने पर उसकी पहचान आसानी से ना हो। वह ऐसे नोट को छापता जिनमें सुरक्षा के मापदंड ज्यादा नहीं है व नंबर भी यूनिक होते। वह बीट काइन की खरीदी व बिक्री भी करता है। जल्द पैसा कमाने के लालच में नकली नोट छापकर चलाने की कोशिश दोनो कर रहे थे। दोनो को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर सात दिन का रिमांड लिया है।