साहिल पटेलरिविजन की सबसे अच्छी मैथड क्या होना चाहिए? साइंस में किस तरह से शॉर्ट नोट्स तैयार करना चाहिए?हो सकता है रिविजन का आपके दोस्त का तरीका आपसे बिल्कुल अलग हो, लेकिन इससे परेशान न हों। इसके लिए खुद ही तैयारी करें। अपने सब्जेक्ट के कॉन्सेप्ट को पहचानें और इसके आसपास माइंड मैप तैयार करें। इसके साथ अन्य रेफरेंसेस का भी ध्यान रखें। सभी बातों को ठीक से समझने के बाद रिविजन के लिए आपनी अपनी पद्धति को खुद ही तैयार करें। इसके लिए टाइम का भी विशेष ध्यान रखें और मानसिक रूप से खुद को तैयार करें।ऋषि उपाध्यायसोशल साइंस में जो बहुत बड़े प्रश्न होते हैं, उनके उत्तर अपनी लैंग्वेज में लिखने पर भी क्या अच्छे माक्र्स मिल जाते हैं?बड़े प्रश्नों के उत्तर किसी भी भाषा में देने से आपको अच्छे माक्र्स मिल सकते हैं, बशर्ते आपने उत्तर सटीक और प्रासंगिक दिया हो। इस बात का ध्यान रखें कि अधिक लंबे उत्तर लिखने से अधिक माक्र्स नहीं मिलते, बल्कि सटीक उत्तर लिखने से मिलते हैं। सबसे पहले प्रश्न को ध्यान से पढ़ें और समझें कि वास्तव में क्या पूछा गया है। इसके बाद मुख्य तीन-चार बिंदुओं में अपना उत्तर लिखें। भूमिका बांधने में समय व लेखन व्यर्थ न करें।[typography_font:18pt;” >इंदौर. परीक्षा और उससे जुड़े कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब हमें रिविजन से पहले जरूर जान लेना चाहिए। इनकी वजह से न सिर्फ आपकी परफॉर्मेंस सुधरेगी, बल्कि आप बेहतर तरीके से परीक्षा के लिए तैयारी भी कर पाएंगे। ऐसे ही कुछ सवाल पत्रिका मुहिम एंजॉय योर एग्जाम में स्टूडेंट्स ने पूछे हैं, जिनके जवाब दे रहे हैं पत्रिका एक्सपट्र्स पैनल के मेंबर्स आइआइएम डायरेक्टर हिमांशु राय, काउंसलर एंड मोटिवेशनल स्पीकर सुरभि गोयल, शिक्षा सलाहकार तुषार ताम्हाणे।खुशबू वाधवानीएग्जाम में पेपर देखने के बाद कुछ क्वेश्चन के आंसर नहीं आते हैं, ऐसे में खुद को कैसे तैयार करें?पेपर देखकर घबराएं नहीं, सहजता से एक सरसरी नजर से पेपर देखें। ऐसे में जो प्रश्न आपको आते हैं, उनको कॉन्फिडेंस से पूरा करें। घबराने से जो प्रश्न आते हैं वे भी गलत हो जाते हैं। ये प्रश्न करने के बाद जो प्रश्न नहीं आते हैं उन्हें हल करने की कोशिश करें। हमेशा याद रखें और भी हजारों स्टूडेंट्स हैं, जिन्हें यह प्रश्न नहीं आते। आप यह प्रश्न हल करके बस उनसे कुछ नंबर और ज्यादा ले आएंगे, इसके अलावा और कुछ नहीं बदलेगा।