जब ये गलत काम कर रहीं थी तब इनके माता पिता भी वहीं पर मौजूद थे। गौरतलब है कि इन डेरों की लड़कियां कई बार इंदौर से भी पकड़ी जा चुकी हैं और लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस ने यहां पर दबिश दी। पुलिस का कहना है कि इन लड़कियों को बचाने के लिए यहां पर लगातार काम करना जरूरी है। इसके साथ वे कई सामाजिक संस्थाओं को भी ले रहे हैं ताकि इनका जीवन ठीक तरीके से चल सके।
एसपी मनोज कुमार सिंह के मुताबिक हमें कई बार शिकायतें मिल रहीं थी कि यहां पर गलत काम हो रहा है। इसके बाद हमने यहां पर छापा मारा। इनमें से अधिकतर लड़कियों से जबरन यह काम करवाया जा रहा है और इन्हें इस दलदल से निकालने के लिए हमने कार्रवाई की। सिंह ने कहा कि इनके परिजन ही इन पर इस काम के लिए दबाव बनाते हैं और वे यह काम नहीं करना चाहतीं।
सिंह ने बताया कि पकड़ी गई अधिकतर लड़कियों ने बताया कि वे इस धंधे में जबरन धकेली गई हैं। पुलिस पिछले 6 महीने से यहां पर लगातार कार्यवाही कर रही है और कई लड़कियों को छुड़वाया जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि इन मामलों में मानवीय आधार भी देखा जाएगा और इसके बाद पास्को एक्ट और मानव दुव्र्यापार अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। पुलिस का कहना है कि हमारा लक्ष्य है इन लड़कियों को बचाकर उन्हें बेहतर जीवन देना ताकि समाज से ये बुराई दूर हो सके।
पुलिस ने बताया कि इन मामलों में मानवीय आधार भी देखा जाएगा और इसके बाद पास्को एक्ट और मानव दुव्र्यापार अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। पुलिस का कहना है कि हमारा लक्ष्य है इन लड़कियों को बचाकर उन्हें बेहतर जीवन देना ताकि समाज से ये बुराई दूर हो सके।
रोने लगी कई लड़कियां
जब पुलिस ने पकड़ा तो कई लड़कियो रोने लगीं और उन्होंने बताया कि उन्हें यह काम बिल्कुल भी पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस सबसे बाहर होकर नई जिंदगी जीना चाहती हैं।
जब पुलिस ने पकड़ा तो कई लड़कियो रोने लगीं और उन्होंने बताया कि उन्हें यह काम बिल्कुल भी पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस सबसे बाहर होकर नई जिंदगी जीना चाहती हैं।