एसजीएसआइटीएस सभागृह में हुई इस बैठक में निगमायुक्त ने साफ कहा कि हम तीन बार नंबर वन आ चुके हैं तो कोई यह न सोचे कि चौथी बार भी नंबर वन बन जाएंगे। राजकोट हमारे बहुत करीब है। देश के कई शहरों ने भी काफी मजबूत तैयारी की है। इसलिए इस बार मुकाबला काफी कड़ा है।
फील्ड में रहने के बजाय घर चले जाते हैं अधिकारी निगमायुक्त ने कहा, मैं देख रहा हूं कि नियंत्रणकर्ता और अन्य अधिकारी फील्ड में रहने के बजाय घर चले जाते हैं। इसे बंद करना होगा। सुबह, दोपहर और शाम को सभी अफसर फिल्ड में जाएं। सेवन स्टार रेंटिंग के सर्वे की टीम में 10 से 11 लोग रहेंगे और ये अलग-अलग वार्डों में सर्वे करेंगे। 10 दिन चलने वाले इस सर्वे में टीमें दिल्ली से मिले निर्देश के अनुसार किसी भी स्थान पर या वार्ड में जाकर सर्वे करने पहुंच सकती है। इसलिए पूरे तैयारी रखनी है। निगमायुक्त ने बैठक में मौजूद एनजीओ के प्रतिनिधियों को भी निर्देश दिए कि वे सीधे उन्हें बताएं कि कौन अधिकारी कितने समय फिल्ड मेंं है।
जनता को बताएं सर्वे में पूछे जाने वाले सवाल-जवाब सिंह ने अफसरों से कहा कि वे सफाई का ध्यान रखने के साथ ही नागरिकों को सर्वे में पूछे जाने वाले सवालों और उनके जवाब के बारे में बताएं। ये भी तय करें कि जनता उसका सकारात्मक जवाब दें। सर्वे के बाद पब्लिक फीडबैक का डाटा नगर निगम को मिल जाएगा। और उस समय जिस इलाके में गड़बड़ी मिलेगी वहां के अफसर पर सीधे कार्रवाई की जाएगी।
ये अधिकारी थे मौजूद बैठक में अपर आयुक्त एस कृष्ण चैतन्य, रजनीश कसेरा, शृंगार श्रीवास्तव, एमपीएस अरोरा, सभी उपायुक्त, समस्त स्वास्थ्य अधिकारी, सभी नगर शिल्पज्ञ, सीएसआइ, विभाग प्रमुख, सहायक सीएसआइ, दरोगा, एनजीओ के प्रतिनिधी और अन्य विभागीय अधिकारी।
ये निर्देश दिए