शहर के नामचीन स्कूल सेंट रेफिल्स में सोमवार को स्कूल की पुरानी बिल्डिंग के दो छज्जे और बालकनी सहित अन्य हिस्सा भरभराकर गिर गया था। बताया जा रहा है कि स्कूल भवन का जो हिस्सा गिरा, उसके पास ही नया निर्माण भी चल रहा था। यह निर्माण पास नक्शे के हिसाब से हो रहा या नहीं और किन कारणों से स्कूल भवन का हिस्सा गिरा? इसकी जांच करने के लिए क्षेत्रीय बिल्डिंग अफसर (बीओ) असीत खरे और इंस्पेक्टर (बीआइ) नागेंद्र सिंह भदौरिया स्कूल पहुंचे, जिन्होंने स्कूल भवन के गिरे हिस्से को देखने के साथ स्ट्रक्चर का भी परीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद बीओ खरे और बीआइ भदौरिया ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस थमाया है। इसमें स्कूल भवनों का स्ट्रक्चर परीक्षण सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज जीएसआईटीएस से कराने को कहा है, ताकि भविष्य में फिर इस तरह का हादसा न हो। बीओ-बीआइ ने स्कूल प्रबंधन को चेताया है कि जब तक स्ट्रक्चर परीक्षण नहीं हो जाए, तब तक स्कूल न खोला जाए। इसी के चलते स्कूल प्रबंधन ने 3 सितंबर तक छुट्टी घोषित कर दी।
इस कारण गिरा भवन का हिस्सा
बीओ खरे का कहना है कि स्कूल भवन का जो हिस्सा गिरा है, उसके पास ही नया निर्माण चल रहा है। तोडफ़ोड़ करने के दौरान ड्रिल मशीन पुराने भवने के कॉलम में चल गई होगी। इस कारण स्कूल भवन का बड़ा हिस्सा गिर गया। प्रबंधन को स्ट्रक्चर परीक्षण का नोटिस दिया है। नोटिस का जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
संशोधन के बाद होगी जांच
बीआइ भदौरिया का कहना है कि स्कूल में भवन का निरीक्षण किया गया। प्रबंधन को नोटिस जारी कर जीएसआइटीएस से परीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा है। इसके आधार पर सुरक्षा के हिसाब से संशोधन हुआ या नहीं, इसकी फिर से जांच की जाएगी।
जल्द जांच कराएगा प्रबंधन
निगम का नोटिस मिलने के बाद जीएसआइटीएस से स्ट्रक्चर की जांच प्रबंधन जल्द ही कराएगा, क्योंकि लंबे समय तक स्कूल बंद नहीं रखा जा सकता। इससे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होगा। जिन छात्राओं के टेस्ट चल रहे हैं, वह आगामी तारीखों में होंगे।