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ऊर्जस एप का उपयोग करने में इंदौर अव्वल

locationइंदौरPublished: Jul 04, 2022 08:40:29 pm

Submitted by:

Lokendra Chouhan

-बगैर बात करे दर्ज हो रही बिजली की शिकायतें, तेजी से समाधान का दावा

ऊर्जस एप का उपयोग करने में इंदौर अव्वल

ऊर्जस एप का उपयोग करने में इंदौर अव्वल

इंदौर. न्यूज टुडे
ऊर्जस एप का उपयोग करने में इंदौर अव्वल हो गया है। बिजली बंद होने सहित अन्य शिकायतें बगैर कॉल या बातचीत किए दर्ज हो रही हैं, वहीं तेजी से इनका समाधान करने का दावा कंपनी ने किया है। बिजली वितरण कंपनी के आइवीआर सिस्टम और ऊर्जस से उपभोक्ता भी मदद ले रहे हैं।

मौसम बदलाव और बारिश के दौरान पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी इंदौर ने अपनी व्यवस्थाएं पहले से और बेहतर की हैं ताकि मौसमी कारण से उपभोक्ता को कम से कम परेशानी उठानी पड़े। बिजली आपूर्ति में व्यवधान आए तो भी जल्द से जल्द समाधान हो सके। बिजली कंपनी अफसरों ने दावा किया है कि उपभोक्ता शिकायत निवारण में इंट्रेक्टिव वॉइस रिस्पांस (आइवीआर) और ऊर्जस एप के कारण तेजी आई।
आइवीआर के तहत कॉल सेंटर कर्मचारी से बात करे बगैर भी सिर्फ बटन दबाकर शिकायत दर्ज हो जाती है। इससे समय बचता है और कार्य तेजी से हो जाता है। इसी तरह ऊर्जस के माध्यम से भी आपूर्ति व अन्य शिकायतें कम समय में दर्ज हो जाती हैं। कंपनी के कॉल सेंटर 1912 पर आने वाले ज्यादा कॉल आइवीआर से संचालित हो रहे हैं। बिजली कंपनी क्षेत्र के 15 जिलों में से आइवीआर का उपयोग करने वालों में पहले स्थान पर इंदौर है और दूसरे पर उज्जैन। आइवीआर में उपभोक्ताओं को बटन दबाकर मात्र बिजली कनेक्शन क्रमांक आइवीआरएस दर्ज करना होता है। इस प्रणाली से 1912 पर मात्र 20 से 25 सेकंड में शिकायतें दर्ज हो जाती हैं। इसी तरह ऊर्जस एप का उपयोग करने वालों में इंदौर पहले, देवास दूसरे और उज्जैन तीसरे स्थान पर है। दोनों ही माध्यमों से उपभोक्ताओं की सतत मदद की जा रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर व मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य प्रतिदिन कॉल सेंटर व शिकायत निवारण की समीक्षा कर रहे हैं, ताकि उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं हो।

गौरतलब है कि शहर में बरसात के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी बिजली को लेकर ही होती है, क्योंकि बारिश होते ही लोगों के घरों की बत्ती गुल हो जाती है। इसको लेकर ऊर्जस एप से लेकर कॉल सेंटर 1912 और जोनवाइज बनाए वाट्सएप नंबर पर लोग शिकायतें करते हैं। पिछले दिनों हुई बरसात के दौरान इन सभी माध्यम पर 2500 से ज्यादा शिकायतें बिजली बंद होने की दर्ज हुईं, जिनका निराकरण करने में कंपनी को घंटों लग गए। यह देखते ही व्यवस्थाओं में सुधार का दावा कंपनी ने किया है।
अब डिजिटल के क्षेत्र में प्रयास
बिजली वितरण कंपनी लाइन लॉस गणना, उपभोक्ता सेवाओं और इनवॉइस आदि के क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन पर गंभीरता से प्रयास करेगी। इससे पारदर्शिता, कार्य में तेजी और गलती नहीं होने ेव उच्च स्तर पर वन क्लिक में पर्यवेक्षण में मदद मिलेगी। इस पर कंपनी ने काम शुरू करने की तैयारी कर ली है। डिजिटलाइजेशन को लेकर मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के चेयरमैन और मप्र के ऊर्जा सचिव विवेक पोरवाल भी निर्देश जारी कर चुके हैं। नेट मीटर सोलर एनर्जी के लिए लोगों की मदद करने और उन्हें जानकारी देने सहित तकनीक साझा करने के आदेश भी बिजली कंपनी के अफसरों को दिए गए हैं।
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