300 करोड़ की लागत से होगा निर्माण आइडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि पहले चरण में बनने वाले चारों फ्लाय ओवर ब्रिज पर करीब 300 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इन ब्रिज को 6 लेन बनाने में आने वाली तकनीकी परेशानियों, Traffic डायवर्शन, जमीन अधिग्रहण सहित अन्य बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। तकनीकीसमस्या के निराकरण के बाद विस्तृत प्रस्ताव बनाकर बोर्ड में रखा जाएगा। बोर्ड की मंजूरी के बाद ओवर ब्रिज के निर्माण हेतु टेंडर किए जाएंगे।
मेट्रो के साथ करेंगे इंटीग्रेशन करीब दो घंटे तक चली बैठक में आइडीए सीईओ विवेक श्रोत्रिय ने निर्माण के लिए चिन्हित 11 ओवर ब्रिज को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। अधिकांश चौराहों या उनके आसपास से भविष्य में मेट्रो भी गुजरना है, इसलिए दोनों में इंटीग्रेशन करने को लेकर भी विधायकों ने राय दी है। यह भी सुझाव दिया गया कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि भविष्य में खजराना और लवकुश चौराहे से गुजरने वाली मेट्रो से दिक्कत न आए।
स्कीम 165 के विकास कार्यों को देंगे रफ्तार बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, विधायक महेंद्र हार्डिया एवं मालिनी गौड़, कविता पाटीदार, राजेश सोनकर, गौरव रणदिवे, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, जीतू जिराती, कलेक्टर मनीष सिंह, निगम आयुक्त प्रतिभा पाल आदि मौजूद थे। राऊ से लगी स्कीम नंबर 165 के विकास में आ रही बाधाओं को लेकर भी चर्चा की गई। चावड़ा ने सभी के जल्द निराकरण के निर्देश दिए हैं।
मास्टर प्लान बनाने में जनप्रतिनिधियों के लें सुझाव राजेश सोनकर ने आगामी मास्टर प्लान को लेकर कहा कि इसकी सुनियोजित प्लानिंग के लिए विधायकों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के सुझावों को भी शामिल किया जाए। पिछले प्लान से जुड़ी सड़कों के कई काम अब तक नहीं हो सके हैं। बैठक में आइडीए के अन्य निर्माण को लेकर भी समीक्षा की गई।