कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय यानी चिडिय़ाघर में आने वाले दर्शकों के लिए कई तरह की सुविधाएं निगम ने मुहैया करा रखी हैं। एंट्री गेट नया बनाने के साथ चिडिय़ाघर में अन्य विकास कार्य करते हुए जानवरों और पक्षियों की सुरक्षा को लेकर भी काम किया गया है। इसके साथ ही नए-नए जानवर लाए गए हैं और लाने की प्लानिंग है। पिछले दिनों ही स्नैक हाउस शुरू किया गया है। इसमें कई प्रजाति के सांप और अजगर रखे गए हैं। चिडिय़ाघर में सुविधा बढ़ाने के बाद अब निगम ने शुल्क भी बढ़ा दिया है, जो कि आज से लागू कर दिया गया है। इसके चलते चिडिय़ाघर में जानवरों और पक्षियों को देखना मंहगा हो गया है, क्योंकि एंट्री और कैमरा ले जाने का शुल्क सीधा डबल कर दिया गया है। विदेशियों को जू घूमने के लिए पांच गुना यानी 100 रुपए शुल्क चुकाना होगा जो कि पहली बार इनके लिए शुल्क लागू किया गया है। मालूम हो कि नौलखा चौराहा के पास स्थित चिडिय़ाघर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा प्राणी उद्यान एवं पुराना है। यह तकरीबन 4 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय भारत के कुल 180 मान्यता प्राप्त चिडिय़ाघरों में से एक है। चिडिय़ाघर मे दुनिया के विभिन्न देश और शहरों से जानवरों और पक्षियों को लाया गया है। इसमें देशी और विदेशी दोनों शामिल हैं।
ऐसे लगेगा शुल्क
– पहले बच्चे और बड़ों की एंट्री पर व्यक्ति 10 रुपए थी। अब 20 रुपए कर दी गई है।
– पहले स्टिल कैमरा ले जाने पर 30 रुपए लगते थे। अब 50 रुपए लगेंगे।
– पहले वीडियो कैमरा और मूवी कैमरा ले जाने पर 50 रुपए लगते थे। अब 100 रुपए लगेंगे।
– विदेशी लोगों से चिडिय़ाघर देखने के लिए 100 रुपए एंट्री ली जाएगी।
चिडिय़ाघर में बढ़ी है सुविधा
इधर, चिडिय़ाघर के प्रभारी अधिकारी डॉ. उत्तम यादव ने कहा कि चिडिय़ाघर में सुविधा बढ़ाने के बाद शुल्क को बढ़ा दिया गया है। देश का सबसे सस्ता चिडिय़ाघर इंदौर का ही है। चिडिय़ाघर का शुल्क बढ़ाने के लिए प्रस्ताव मेयर-इन-कौंसिल (एमआईसी) में भेजा गया था। एमआईसी से शुल्क बढ़ाने का संकल्प पारित होने के बाद निगम परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा गया। यहां से मंजूरी मिलने के साथ वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट में रेट बढ़ाने की घोषणा होने के बाद ही शुल्क बढ़ाया गया है। महापौर मालिनी गौड़ और आयुक्त आशीष सिंह के आदेश पर इसे आज से लागू कर दिया गया है।