इंदौरPublished: Oct 16, 2022 01:15:29 pm
shailendra tiwari
सपनों और ख्वाहिशों से इतर इनकी दुनिया इन्हें निराशा की गर्त में ले जा रही है या फिर छोटे-मोटे बिजनेस शुरू कर जीने की नई उम्मीद दे रही है। कोई इस दुनिया में रहकर खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है, तो कोई इन छोटे-मोटे कामों को कर दुनियाभर के लिए मोटिवेशन बन रहा है। हाल ही में कलेक्टर बनने का सपना बुनने वाले अजीत समोसे की दुकान खोलकर देशभर के लिए चर्चा का विषय बने हुए हैं। तो प्रफुल्ल दुनिया भर के लिए एक मिसाल बन गए हैं।
इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के नतीजों का लंबा इंतजार, तो कहीं बार-बार अटैम्प्ट के बावजूद सलेक्शन न होने के कारण युवा ओवरएज हो चुके हैं। स्थिति यह है कि अपने भाग्य को जिम्मेदार मान वे अब जिंदगी के सपनों को छोड़कर आगे बढ़ रहे हैं। सपनों और ख्वाहिशों से इतर इनकी दुनिया इन्हें निराशा की गर्त में ले जा रही है या फिर छोटे-मोटे बिजनेस शुरू कर जीने की नई उम्मीद दे रही है। कोई इस दुनिया में रहकर खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है, तो कोई इन छोटे-मोटे कामों को कर दुनियाभर के लिए मोटिवेशन बनकर सामने आ रहा है। आज हम आपको बता रहे हैं मध्यप्रदेश के ऐसे युवाओं रियल स्टोरी, जो युवाओं के लिए मोटिवेशन बनकर सामने आए हैं। इनमें किसी ने चाय के ठेले से कॅरियर की शुरुआत की, तो किसी ने कुछ समोसों के साथ कॅरियर की शुरुआत कर कैसे अपनी निराशा भरी जिंदगी का रुख शोहरत की ओर मोड़ दिया...आप भी पढ़ें इनकी इंस्पायरिंग स्टोरी...