
बसों के आगे बे-बस व्यवस्था: रुक-रुक बैठाते सवारी, घनचक्कर हो रहे वाहन चालक
इंदौर।
नगर निगम ने करोड़ों रुपए खर्च कर सरवटे बस स्टैंड तैयार किया, लेकिन बस चालक हैं कि सुधरने का नाम ही नही ले रहे। स्टैंड से उज्जैन, राजस्थान रूट पर चलने वाली बसें तय समय से रवाना होती हैं, लेकिन उन्हें सरवटे से रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में ही 20 से 25 मिनट लग जाते हैं। छोटी ग्वालटोली थाना के सामने से होते हुए रास्तेभर रुक-रुक कर सवारियां बैठाई जाती हैं, इस कारण बस के पीछे ट्रैफिक जाम होता रहता है। वाहन चालक व यात्री परेशान होते रहते हैं। बस संचालकों ने अपने फायदे के लिए शहर में अवैध रूप से ट्रांजिट पॉइंट बना दिए हैं। इनके चलते जगह-जगह जाम की स्थिति बन रही है।
दरअसल उज्जैन रूट और सिटी बस द्वारा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक के बाहर दो अवैध ट्रांजिट पॉइंट बना दिए गए हैं। सुबह से शाम तक यहां बसें खड़ी रहती हैं, जिससे जाम लगता है। सबसे ज्यादा दि?कत स्टेशन आनेजाने वाले यात्रियों को होती है। बुधवार को उज्जैन रूट पर जाने वाली तीन बसें एक के बाद एक स्टेशन के दो प्रमुख द्वार पर आकर खड़ी हो गईं, जिससे स्टेशन के अंदर जाने वाले वाहन फंस गए और जाम लग गया।
पुलिस के हटते ही मनमानी
ऐसा नहीं है कि इन बस संचालकों पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती, लेकिन जैसे ही पुलिस पीठ फेरती है, बस चालकों की मनमानी शुरू हो जाती है। पुलिस बसों को राजकुमार ब्रिज की ओर आगे निकालती है, फिर भी बस चालक सुधरने का नाम नही लेते। इन बसों की वजह से कई बार जाम लग जाता है। सबसे अधिक जाम स्टेशन के मुख्य गेट के बाहर और राजकुमार ब्रिज की भुजा के पास लगता है। ब्रिज की भुजा के पास तिराहा होने से अ?सर वाहन गुत्थमगुत्था होते रहते हैं।
कई बार यात्रियों की छूट जाती ट्रेन
मालवा एक्सप्रेस पकडऩे आए सोनू माहेश्वरी ने बताया कि जरूरी काम से उन्हें मथुरा जाना था, इसलिए मालवा एक्सप्रेस पकडऩे आए थे। प्लेटफॉर्म एक के बाहर बसों ने जाम लगा दिया, जिसके चलते उन्हें प्लेटफॉर्म चार पर पहुंचने में देर हो गई और ट्रेन छूट गई। इसी तरह के हालात यहां आए दिन बनते हैं, जब जाम के चलते यात्रियों की ट्रेन
छूट जाती है।
Published on:
19 May 2022 11:35 am
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