हर साल की तरह नगर के प्रमुख गुरुद्वारों की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित होने वाले इस महोत्सव की इसी कड़ी में दीवान 25 जनवरी सुबह सात बजे गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ पिपिलियाराओ रिंग रोड पर होगा। 25 जनवरी को ही शाम पांच बजे ईमली साहेब के भोरा साहेब में अमृत संचार भी कराया जाएगा तथा कार्यक्रम का विशेष दीवान उसी दिन शाम छह बजे गुरुद्वारा इमली साहेब में कीर्तन रैण सबाई के रूप में आरंभ होगा, जो 26 जनवरी सुबह चार बजे समाप्त होगा।
समागम के दौरान 25 जनवरी दोपहर ढाई बजे से महिलाओं व बच्चों के लिए दस्तार बांधने के लिए विशेष दस्तार सिखलाई शिविर का आयोजन श्री गुरु रामदासा साहिब सराए गुरुद्वारा इमली साहेब में होगा। बच्चों के लिए एक विशेष गुरमीत प्रश्नोत्तरी 25 जनवरी को कीर्तन रैण सबाई के दौरान गुरुद्वारा इमली साहिब में होगी। हर दीवान के उपरांत गुरु का अटूट लंगर संगत में बरतेगा।
इनका रहेगा सान्निध्य
गुरुसिंघ सभा के महासचिव सरदार जसबीर सिंह गांधी व अखंड कीर्तन जत्थे के मुख्य संयोजक रतिंदर सिंह, कंवलजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, करमवीर सिंह, इशमीत सिंह, कुलतार सिंह, जसकीरत सिंह, अमनदीप सिंह, जसरीन सिंह, दिलराज सिंह आदि का इसमें सहयोग रहेगा। गुरु सिंघ सभा के अध्यक्ष मंजीत सिंह व सिख समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी जगजीत सिंह टुटेजा, इंदरजीत सिंह होरा, अमरजीत सिंह बग्गा, महिंद्र सिंह कलसी, अवतार सिंह सैनी, सनमीत सिंह, देवेंद्र सिंह गांधी भी सेवाएं देने वालों में प्रमुख रहेंगे।
ये संगत को निहाल करेंगे
कीर्तन समागम में विशेष रूप से भाई प्रभजीत सिंह, भाई बलवीर सिंह, भाई परमजीत सिंह, भाई कवनीत सिंह, भाई हर्षदीप सिंह, भाई गुरजोत सिंह, साहिब सिंह, सुरजीत सिंह, परमिंदर सिंह, बीबी जसपाल कौर, बीबी कुलविंदर कौर, बीबी सुखविंदर कौर, बीबी मनजीत कौर व अन्य विश्व प्रसिद्ध कीर्तनिये संगत को निहाल करेंगे।