देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट इंदौर को पिछले दिनों इमिग्रेशन क्लियरेंस मिला था। केंद्र सरकार ने इस संबंध में पिछले दिनों गजट नोटिफिकेशन जारी किया। इंदौर एयरपोर्ट देश का 22 वां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन गया है। मार्च में केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम ने विमानतल का दौरा कर यहां मौजूद सुविधाओं और एयरपोर्ट की तैयारियों को परखा था। इसके बाद इमिग्रेशन विभाग की अनुमति दी गई। इंदौर एयरपोर्ट 85 वर्षों का सफर तय कर चुका है। अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने से पर्यटन, कार्गो के साथ ही इंडस्ट्री, एजुकेशन, मेडिकल, फार्मा सहित विभिन्न सेक्टरों को भी फायदा मिलेगा।
must read : संस्कृत में शपथ लेकर चर्चा में आया MP का यह नवनिर्वाचित सांसद कस्टम और इमिग्रेशन की व्यवस्था जरूरी इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए कस्टम और इमिग्रेशन की व्यवस्था जरूरी है। कस्टम के लिए एक्साइज विभाग पहले ही नोटिफिकेशन जारी कर मंजूरी दे चुका था। इमिग्रेशन काउंटर खुलने के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ान से सफर करने वाले यात्री बोरिंग, चैक-इन करने के बाद पासपोर्ट जांच करवाकर सीधे विदेश के लिए उड़ान भर सकेंगे।
must read : पति चिल्लाता रहा, कल्पना बचा लो मुझे, ये लोग मार डालेंगे और फिर हुआ ये … 30 लाख ने उड़ान भरी पिछले साल पिछले साल इंदौर एयरपोर्ट से 30 लाख 5 हजार यात्रियों ने विभिन्न शहरों की यात्रा की थी। यह आंकडा अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने के बाद बढ़ेगा। इंदौर से बड़ी संख्या में दुबई, मलेशिया, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, थाईलैण्ड आदि देशों में लोग जाते हैं। हर साल करीब 50 हजार लोग यात्रा करते हैं।