बच्ची को भगवान का उपहार समझकर अपने साथ ले गए 22 साल पहले नीतू को जन्म के बाद माता-पिता ने कचरे के डिब्बे में फेंक दिया था। बच्ची के बिलखने की आवाज वहां से गुजर रहे एक राहगीर के कानों तक पहुंची। वे बच्ची को भगवान का उपहार समझकर अपने साथ ले गए और उसकी परवरिश की। बचपन से ही नीतू को कुश्ती से लगाव था। वह घर के आसपास के लडक़ों के साथ कुश्ती लड़ती थी। पिता ने उसकी लगन देख कुश्ती ट्रेनिंग सेंटर पहुंचाया। यहां नीतू ने कड़ा अभ्यास कर अपने वर्ग में नियमित सफलताएं अर्जित की और राज्य स्तरीय कुश्ती में हरियाणा का परचम फहराया। इसके आधार पर उन्हें राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेलने का अवसर मिला।
इंदौर में नीतू पुख्ता तैयारी करके पहुंची यहां भी नीतू ने प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को धूल चटा दी। इस आधार पर उनका चयन ब्राजील में हुई जूनियर कुश्ती प्रतियोगिता के लिए हुआ। यहां भी उन्हें सफलता प्राप्त हुई। इंदौर में नीतू पुख्ता तैयारी करके पहुंची हंै। यहां वे 48 किलोग्राम वजन वर्ग में अपनी चुनौती पेश करने के लिए तैयार हैं।
सुशील कुमार पहुंचे इंदौर
ओलंपिक में पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाने वाले सितारा पहलवान सुशील कुमार बुधवार को इंदौर पहुंचे। सुशील का इंदौर एयरपोर्ट पर उनके नाम से यहां कुश्ती एकेडमी संचालित करने वाले मानसिंह यादव ने स्वागत किया। एकेडमी के करीब ५० से अधिक पहलवान एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए पहुंचे थे। सुशील शुक्रवार को कुश्ती एरिना में उतरेंगे।
ओलंपिक में पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाने वाले सितारा पहलवान सुशील कुमार बुधवार को इंदौर पहुंचे। सुशील का इंदौर एयरपोर्ट पर उनके नाम से यहां कुश्ती एकेडमी संचालित करने वाले मानसिंह यादव ने स्वागत किया। एकेडमी के करीब ५० से अधिक पहलवान एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए पहुंचे थे। सुशील शुक्रवार को कुश्ती एरिना में उतरेंगे।