दोस्त की सलाह आई काम
प्रियंका बताती हैं कि मैं कुछ साल पहले तक फिल्म इंडस्ट्री में आने की इच्छा नहीं रखती थी। मैंने इवेंट मैनेजमेंट की पढ़ाई की है और कॉर्पोरेट इवेंट्स के लिए काम भी करती थी। एक बार दोस्त ने कहा कि ऑडिशन देकर देखो। मैंने साल 2005 में स्पिट्स विला के लिए ऑडिशन दिया और सिलेक्ट हो गई। उसके बाद कुछ सीरियल्स में काम किया, लेकिन लीड रोल में पहली बार आ रही हूं और दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरना मैरे लिए एक चैलेंज है।
प्रियंका बताती हैं कि मैं कुछ साल पहले तक फिल्म इंडस्ट्री में आने की इच्छा नहीं रखती थी। मैंने इवेंट मैनेजमेंट की पढ़ाई की है और कॉर्पोरेट इवेंट्स के लिए काम भी करती थी। एक बार दोस्त ने कहा कि ऑडिशन देकर देखो। मैंने साल 2005 में स्पिट्स विला के लिए ऑडिशन दिया और सिलेक्ट हो गई। उसके बाद कुछ सीरियल्स में काम किया, लेकिन लीड रोल में पहली बार आ रही हूं और दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरना मैरे लिए एक चैलेंज है।
थिएटर से सीखा अनुशासन
शो में लीड रोल प्ले कर रहे तरुण ने बताया कि थिएटर आपको एक्टिंग से ज्यादा अनुशासन सिखाता है। मेरा मानना है कि एक्टिंग को ऑब्जर्वेशन से बेहतर ढंग से सीखा जा सकता है। छोटी-छोटी चीजों को महसूस करो, भावनाओं का समझो। आपके आस-पास घटने वाली घटनाएं आपके अंदर भाव पैदा करती है। किरदार में ढलना और उससे बाहर निकलना सभी को चैलेंज लगता है, लेकिन मेरे लिए आसान है। मैं किरदार को समझता हूं, उससे लोग किस तरह इमोशनल कनेक्ट फील कर पाएंगे उस पर रिसर्च करता हूं। उस इमोशन को बेहतर ढंग से पर्दे पर उतारता हूं ताकि वो फिलिंग्स लोगों के दिलों को छू लें।
शो में लीड रोल प्ले कर रहे तरुण ने बताया कि थिएटर आपको एक्टिंग से ज्यादा अनुशासन सिखाता है। मेरा मानना है कि एक्टिंग को ऑब्जर्वेशन से बेहतर ढंग से सीखा जा सकता है। छोटी-छोटी चीजों को महसूस करो, भावनाओं का समझो। आपके आस-पास घटने वाली घटनाएं आपके अंदर भाव पैदा करती है। किरदार में ढलना और उससे बाहर निकलना सभी को चैलेंज लगता है, लेकिन मेरे लिए आसान है। मैं किरदार को समझता हूं, उससे लोग किस तरह इमोशनल कनेक्ट फील कर पाएंगे उस पर रिसर्च करता हूं। उस इमोशन को बेहतर ढंग से पर्दे पर उतारता हूं ताकि वो फिलिंग्स लोगों के दिलों को छू लें।
मन मिले तब करें शादी
प्रियंका और तरुण ने शादी के बारे में अपनी राय शेयर की। प्रियंका कहती हैं कि शादी लाइफ टाइम का डिसीजन है। हम जिस सीरियल में काम कर रहे हैं वो एक फिक्शन स्टोरी है, लेकिन असल जिंदगी में शादी तब ही करें जब मन का लाइफ पार्टनर मिले। तरुण ने कहा कि लोग फैमिली और सोसायटी के प्रेशर में आकर शादी कर लेते हैं, लेकिन जब तक मन में जिम्मेदारी निभाने के भाव न आ जाए शादी न करें।
प्रियंका और तरुण ने शादी के बारे में अपनी राय शेयर की। प्रियंका कहती हैं कि शादी लाइफ टाइम का डिसीजन है। हम जिस सीरियल में काम कर रहे हैं वो एक फिक्शन स्टोरी है, लेकिन असल जिंदगी में शादी तब ही करें जब मन का लाइफ पार्टनर मिले। तरुण ने कहा कि लोग फैमिली और सोसायटी के प्रेशर में आकर शादी कर लेते हैं, लेकिन जब तक मन में जिम्मेदारी निभाने के भाव न आ जाए शादी न करें।