MUST READ : CS FOUNDATION के रिजल्ट घोषित, इंदौर की योगिता को मिली ऑल इंडिया – 1 रैंक कमल नाथ सरकार ने कल विश्वासमत हासिल कर लिया और अब जल्द ही निगम मंडल व सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति होने जा रही है। ऐसा करके वे अपने कार्यकर्ताओं को खुश करने के मूड में हैं। इसके चलते आईपीसी बैंक के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति भी जल्द ही होने जा रही है। इसको लेकर दरबार का नाम सबसे आगे था।
दिग्विजयसिंह उन्हें उपकृत करना चाहते थे, लेकिन स्थानीय स्तर पर मदद नहीं मिल पा रही है। इस दौड़ में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष हुकुमसिंह सांखला का नाम अचानक मजबूत होकर उभरा। उनके लिए स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मैदान पकड़ लिया है। वे अपने आका यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया के माध्यम से नाम रखवा रहे हैं, ताकि दांव फेल न हो।
MUST READ : मिलावट की शंका में एक हजार किलो घी जब्त देखा जाए तो आईपीसी बैंक के अध्यक्ष को जिले में सबसे मजबूत पद माना जाता है। बैंक के जरिए सीधे किसानों को उपकृत किया जा सकता है। सांखला की मजबूती का कारण जातिगत समीकरण भी हैं। सांखला कलोता समाज से ताल्लुक रखते हैं। समाज का वोट बैंक ग्रामीण क्षेत्र की तीनों विधानसभा में है।
MUST READ :तेज हवा के साथ अचानक सावन की आई काली घटाओं ने किया तरबतर ढोली से हुआ समझौता गौरतलब है कि दरबार और कांग्रेस नेता लक्ष्मण ढोली के बीच समझौता हो गया है। ढोली को मालूम है कि लगातार चुनाव हारने की वजह से दरबार को अब टिकट नहीं मिल सकता है, जिस वजह से उनकी संभावना भविष्य में मजबूत हो सकती है। इधर, दरबार भी ढोली के माध्यम से मुख्यमंत्री कमल नाथ को साधने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि आईपीसी का रास्ता खुल जाए।