एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र के मुताबिक रात करीब ३ बजे फरियादी पवन पिता सोहनलाल अग्रवाल निवासी कालानी नगर के घर स्थित जैन मंदिर में चोरी करने वाले आरोपी लखन उर्फ गोलू २१ पिता नारायण कालखोर निवासी आलापुरा रावजी बाजार को गिरफ्तार किया है। थाने के आरक्षक राजेश शर्मा को मुखबिर से सूचना मिली थी की नाबालिग लडक़ा चांदी के बर्तन बेचने के लिए एक व्यक्ति से संपर्क कर चुका है। मुखबिर की सूचना पर थाने की टीम ने नाबालिग से पूछताछ की। उसने आरोपी लखन के साथ चोरी करना कबूली। दोनों से चोरी गई ८ मूर्तियां जिसमें ३ चांदी व ५ अष्ट धातु के साथ ५ चांदी के छत्र, ५ चांदी के पंचमेरू स्तम्भ जब्त की है।
एेसे पकड़ाया आरोपी टीआई अशोक पाटीदार ने मंदिर की चोरी होने के बाद से ही क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच करवाई। यहां एक किराना शॉप में रात के वक्त आरोपी जाते दिखा। सबसे पहले जांच में नाबालिग लडक़ा पकड़ाया। पूछताछ में उसने किसी घर में आरोपी लखन के साथ चोरी करना बताया। टीम उसे लेकर घटनास्थल पहुंची तो उसने हामी भर दी। इसके बाद रावजी बाजार में रहने वाले लखन को गिरफ्तार किया गया।
मूर्ति देख समाज के लोग हुए सक्रिय
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी से मूर्ति जब्त के बाद थाने की खुफिया टीम सराफा क्षेत्र में पहुंची। यहां एक शॉप पर टीम ने भगवान की मूर्तियों को सुरक्षित रखने के लिए प्लास्टिक के बॉक्स मांगे। यहां मौजूद महिलाओं ने भगवान की मूर्तियों देख उनसे पूछा की यह आप कहां से लाए हैं। ये तो हमारे भगवान है। हम इनकी रोज पूजा करते हैं। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी को देख समाज के लोग सक्रिय होने लगे। लेकिन पुलिसकर्मी ने अपना परिचय देते हुए महिलाओं व जैन समाज के अन्य लोगों को मंदिर से चोरी गई मूर्तियों को आरोपी से जब्त करना बताया। पुलिस की इस कार्रवाई से खुशी समाज के लोग बड़ी संख्या में पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी से मूर्ति जब्त के बाद थाने की खुफिया टीम सराफा क्षेत्र में पहुंची। यहां एक शॉप पर टीम ने भगवान की मूर्तियों को सुरक्षित रखने के लिए प्लास्टिक के बॉक्स मांगे। यहां मौजूद महिलाओं ने भगवान की मूर्तियों देख उनसे पूछा की यह आप कहां से लाए हैं। ये तो हमारे भगवान है। हम इनकी रोज पूजा करते हैं। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी को देख समाज के लोग सक्रिय होने लगे। लेकिन पुलिसकर्मी ने अपना परिचय देते हुए महिलाओं व जैन समाज के अन्य लोगों को मंदिर से चोरी गई मूर्तियों को आरोपी से जब्त करना बताया। पुलिस की इस कार्रवाई से खुशी समाज के लोग बड़ी संख्या में पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे।