नगर निगम अफसरों ने मंदिर के बारे में जानकारी दी। मंदिर परिसर में पारंपरिक रूप से दल के सदस्यों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया। उन्होंने दर्शन करने के साथ लड्डू का प्रसाद लिया और मंदिर की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। दल ने तस्वीरों को भी कैमरों में कैद किया।दल ‘शेयरिंग ऑफ नॉलेज’ के तहत शहर के विभिन्न स्थानों पर भ्रमण कर रहा है। दल ने निगमायुक्त आशीषसिंह से भी मिले।
अपर आयुक्त रजनीश कसेरा, महेश शर्मा, सनप्रीतसिंह नेगी और गोपाल जागताप ने भी फील्ड विजिट और प्रेजेंटेशन के जरिए जानकारी दी। दल के सदस्यों ने ट्रांसफर स्टेशन, कचरे से गैस बनाने का प्लांट, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण भी देखा। अफसरों ने सदस्यों को बताया, यहां डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के तहत गीला-सूखा कचरा अलग-अलग सेग्रीगेशन कर लिया जाता है। दल द्वारा शहर में की गई स्टडीज को एशिया पैसिफिक रीजन में रखा जाएगा।
कचरा जलाकर बनाते हैं जापान में बिजली
दल ने इंदौर में चल रहे कार्यों को देखा और स्वच्छता के लिए किए जा रहे काम के बारे में जाना। उन्होंने नॉलेज शेयर किया कि जापान में कचरा जलाकर बिजली बनाई जाती है, क्योंकि वहां प्रदूषण की समस्या है। जापान में चल रहे कामों की प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। दल को बताया गया, इंदौर में कचरा निपटान पर काम किया जाता है। यहां कचरा जलाया नहीं जाता। दल ने बताया, जापान में पैकेजिंग मटेरियल फैलाने पर सख्त कानून है और फाइन वसूला जाता है।