– बी-आर्क एवं बी-प्लानिंग की प्रवेश परीक्षाएं अलग-अलग- 360 मार्क्स की जगह 300 अंकों का होगा पेपर- संख्यात्मक प्रश्रों में नेगेटिव मार्किंग नहीं
बेहतर प्रतिभाओं के चयन के लिए JEE MAINS के परीक्षा पैटर्न में हुए बड़े बदलाव, पढ़ें पूरी खबर
इंदौर. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेंस-2020 ( JEE Mains ) के परीक्षा पैटर्न में बड़े बदलाव किए हैं। एनटीए की ऑफिशियल वेबसाइट पर मंगलवार को नए परीक्षा पैटर्न से संबंधित एक नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस के तहत जेईई मेंस-2020 के परीक्षा पैटर्न में किए गए परिवर्तनों की जानकारी दी गई है। इस बार एनटीए ने प्रश्न पत्र में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या एवं प्रश्नों के प्रकार में बदलाव किया है। वर्ष 2020 से जेईई मेंस के इतिहास में यह पहली बार होगा कि बीआर्क एवं बी प्लानिंग की प्रवेश परीक्षाएं अलग-अलग आयोजित की जाएंगी। इससे पूर्व यह दोनों परीक्षाएं संयुक्त तौर पर आयोजित की जाती थी।
must read : 5 सितंबर को क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस, जानें क्या है इसकी कहानी जेईई मेंस के प्रारंभिक वर्षों से लेकर वर्ष 2019 तक लगभग 6 वर्षों के इतिहास में जेईई मेंस का परीक्षा प्रश्न पत्र एक ही ढर्रे पर चलता रहा। प्रश्न पत्र में फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथमेटिक्स तीनों विषयों में 30-30 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते रहे। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प होते थे जिनमें से एक विकल्प ठीक होता था। प्रत्येक प्रश्न चार अंकों का होता था तथा +4/-1 की नेगेटिव मार्किंग की जाती थी।
must read : नटखट अदाओं ने दिया प्यारा सा नया नाम, इंदौर की त्रिशला बनी मुंबई की ‘कटोरी’ एजेंसी ने सकारात्मक परिवर्तन करते हुए बेहतर प्रतिभाओं के चयन के लिए प्रश्न पत्र के पैटर्न की एकरूपता को तोड़ा और वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के साथ-साथ संख्यात्मक प्रश्न भी जोड़ दिए गए। नए पैटर्न के अनुसार फिजिक्स ,केमिस्ट्री एवं मैथमेटिक्स प्रत्येक विषय में अब 25-25 प्रश्न पूछे जाएंगे। 20 प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे, प्रत्येक प्रश्न हेतु दिए गए चार विकल्पों में से एक विकल्प ठीक होगा। पांच प्रश्न संख्यात्मक होंगे।
360 मार्क्स की जगह 300 अंकों का होगा पेपर मेंस का पेपर अब 360 अंकों के स्थान पर 300 अंकों का होगा। जेईई मेंस-2020 के प्रश्न पत्र में कुल 75 प्रश्न होंगे तथा प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का होगा। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में नेगेटिव मार्किंग +4/-1 के आधार पर होगी जबकि संख्यात्मक प्रश्नों में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी है
बी प्लानिंग के लिए विज्ञान विषय की अनिवार्यता समाप्त नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेंस-2020 बी-टेक परीक्षा के साथ-साथ बी-आर्क एवं बी-प्लानिंग की प्रवेश परीक्षाओं में भी परिवर्तन किया है। जेईई मेंस में पहली बार बी- आर्क, बी-प्लानिंग की प्रवेश परीक्षाएं अलग-अलग आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही विज्ञान विषय की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है।
must read : बीएसएफ भर्ती में आवेदक की जगह उसका रिश्तेदार पहुंच गया परीक्षा देने, ब्लूटूथ के जरिए कर रहे थे नकल नए नियमानुसार यदि किसी विद्यार्थी ने बारहवीं बोर्ड परीक्षा गणित विषय के साथ उत्तीर्ण की है या परीक्षारत है और वह विद्यार्थी 50 प्रतिशत अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण करता है तथा उसके गणित विषय में भी 50 प्रतिशत या उससे अधिक अंक हैं तो वह बी-प्लानिंग की प्रवेश परीक्षा के लिए पात्र है। ऐसा करने से विज्ञान विषय के अतिरिक्त विद्यार्थियों की भी बी-प्लानिंग के क्षेत्र में रुचि बढ़ेगी फलस्वरूप परीक्षार्थियों की संख्या में भी इजाफा होगा।
संख्यात्मक प्रश्रों में नेगेटिव मार्किंग नहीं बी-आर्क एवं बी-प्लानिंग की प्रवेश परीक्षाओं के पैटर्न में भी एजेंसी ने परिवर्तन किए हैं। बी-आर्क की प्रवेश परीक्षा में अब गणित विषय में पूछे जाने वाले 25 प्रश्नों में से 20 प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे तथा पांच प्रश्न संख्यात्मक होंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में+4/-1 की नेगेटिव मार्किंग होगी जबकि संख्यात्मक प्रश्नों में कोई नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है। ड्राइंग टेस्ट में कुल दो ही प्रश्न पूछे जाएंगे। संपूर्ण प्रश्न पत्र में 77 प्रश्न होंगे तथा अधिकतम अंक 400 होंगे। बी प्लानिंग के प्रश्न पत्र में मैथमेटिक्स तथा एप्टिट्यूड टेस्ट बी आर्क के समान ही होंगे लेकिन ड्राइंग के स्थान पर प्लानिंग पर आधारित 25 प्रश्नों का एक वस्तुनिष्ठ प्रश्न पत्र होगा। प्रश्न पत्र में कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे जो कि 400 अंकों के होंगे।