कंपेल के आपराधिक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पटवारी को आखिर भोपाल जेल भेज दिया गया। इससे पहले वे वांरट को निरस्त कराने के लिए भोपाल में विशेष कोर्ट में पहुंचे थे। उन्हें यहां सामान्य बैरक में ही रखा गया है।
जेल जाने के बाद पटवारी ने खाना न खाते हुए जेलर से नारियल पानी की व्यवस्था करने को कहा। जेलर ने इस मामले में अधीक्षक दिनेश नरगांवे को जानकारी दी। इस पर जेल अधीक्षक ने पटवारी की मांग को खारिज करते हुए कहा कि जेल में रहते हुई डॉक्टर के कहने पर ही किसी को नारियल पानी दिया जा सकता है। पटवारी को आज सुबह सामान्य कैदी की तरह की नाश्ता दिया गया, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया और उपवास पर बैठ गए।
इसके बाद डॉक्टर की सलाह के बाद नींबू पानी दिया गया। सूत्रों के अनुसार जेल में किसी अन्य कैदी द्वारा विवाद न हो, इसी के चलते निगरानी में रखा गया है। 24 के पहले कराओ जमानत, वरना गिरफ्तारी की जाएगी
राऊ विधायक जीतू पटवारी के जेल जाने के बाद अन्य कांग्रेसियों को भी जेल जाने का डर सताने लगा है, जो उनके साथ नावदा पंथ में हुए आंदोलन में शामिल थे।
राऊ विधायक जीतू पटवारी के जेल जाने के बाद अन्य कांग्रेसियों को भी जेल जाने का डर सताने लगा है, जो उनके साथ नावदा पंथ में हुए आंदोलन में शामिल थे।
हालांकि पटवारी को खुडै़ल में 2007 में हुए मारपीट के मामले में जेल भेजा गया है। नावदा पंथ वाले मामले में 24 अप्रैल को सुनवाई होना है। थाने से कांग्रेसियों को कहा गया है कि जमानत के लिए रसीद भेजो, वरना गिरफ्तारी के लिए तैयार रहो।
राऊ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के नेतृत्व में धार रोड के गड्ढों का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेसियों ने आंदोलन कर चक्काजाम किया था। पटवारी सहित करीब 11 के खिलाफ चंदन नगर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर कोर्ट में चालान पेश किया था। इसके बाद से कांग्रेसी नेता हर तारीख पर कोर्ट जाकर हाजरी लगाने लगे थे।
पिछले दिनों सांसद और विधायकों के नेतृत्व में होने वाले धरने, प्रदर्शन और आंदोलन के दौरान प्रकरण दर्ज करने के बाद सुनवाई के लिए भोपाल में एक स्पेशल कोर्ट बना दी गई। नावदा पंथ में हुए आंदोलन का केस भी भोपाल पहुंच गया। मामले में कल सुनवाई के चलते चक्काजाम करने वाले जिन नेताओं पर प्रकरण दर्ज हुआ, वे भोपाल पहुंचे। इनमें विधायक पटवारी, कांग्रेस नेता सत्यनारायण पटेल, अर्चना जायसवाल, अभय वर्मा, सुरजीत सिंह चड्ढा और नवीन रायकवार शामिल थे।
बताया जा रहा है कि इनकी जमानत नहीं हुई है, क्योंकि नावदा पंथ में हुए आंदोलन की सुनवाई 24 अप्रैल को होना है। जिस मामले में विधायक पटवारी जेल गए हैं, वह खुड़ैल पुलिस थाने में आने वाले कंम्पेल में हुए प्रदर्शन का है। कल भोपाल न जाने वालों में जिला अध्यक्ष अंतर सिंह दरबार, पूर्व विधायक तुलसी सिलावट, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष सदाशिव यादव और पूर्व पार्षद चिंटू चौकसे का नाम है।
इनमें से जिला कार्यवाहक अध्यक्ष यादव को चंदन नगर थाने के एसआई विनोद गौर ने फोन लगाकर 24 अप्रैल के पहले जमानत कराने को कहा है। वारंट निकला
यादव ने कहा कि पटवारी दूसरे प्रकरण में जेल गए हैं। नावदा पंथ में हुए चक्काजाम को लेकर 24 अप्रैल को सुनवाई होगी। इसके पहले जमानत कराने के लिए चंदन नगर थाने से रसीद मांगी गई है। न देने पर गिरफ्तार कर भोपाल ले जाने का कहा है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी वारंट निकल गया है, इसीलिए जमानत के प्रयास किए हैं।
यादव ने कहा कि पटवारी दूसरे प्रकरण में जेल गए हैं। नावदा पंथ में हुए चक्काजाम को लेकर 24 अप्रैल को सुनवाई होगी। इसके पहले जमानत कराने के लिए चंदन नगर थाने से रसीद मांगी गई है। न देने पर गिरफ्तार कर भोपाल ले जाने का कहा है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी वारंट निकल गया है, इसीलिए जमानत के प्रयास किए हैं।
सता रहा जेल जाने का डर
पटवारी के साथ रायकवार को भी जेल भेजा गया है, लेकिन कारण स्पष्ट नहीं है। नावंदा पथ में चक्काजाम के दौरान रायकवार भी मौजूद थे। इसी कारण से जेल भेजा गया, तो बाकी को भी जेल यात्रा करना पड़ेगी।
पटवारी के साथ रायकवार को भी जेल भेजा गया है, लेकिन कारण स्पष्ट नहीं है। नावंदा पथ में चक्काजाम के दौरान रायकवार भी मौजूद थे। इसी कारण से जेल भेजा गया, तो बाकी को भी जेल यात्रा करना पड़ेगी।
यह डर आंदोलन में शामिल अन्य नेताओं को सता रहा है। कांग्रेसियों का कहना है कि रायकवार आंदोलन के चलते जेल गए होंगे, तो सभी को 24 के पहले अग्रिम जमानत कराना पड़ेगी।