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जीतू ने मनोरोगी की जमीन पर भी कर लिया कब्जा, अब तक 40 केस हुए दर्ज वर्तमान में वह इस बिल्डिंग सोसाइटी की चेयरमैन है। आशीवारा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक शिकायत के मुताबिक बिल्डिंग के पूर्व सचिव देवाशीष देशपांडे और सोनिया ने मिलकर यहां के लोगों से करीब 80 लाख जुटाए। दोनों ने बिल्डिंग के बाकाया टैस को भरने के नाम पर यह राशि एकत्रित की। बाद में इस राशि का या हुआ, बिल्डिंग के रहवासियों को जानकारी ही नहीं है। पुलिस ने इस मामले में एक एफआइआर भी दर्ज की है। मालूम हो, खजराना थाने में सोनिया के खिलाफ भी पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। उसके लिए बनवाए गए शांतिकुंज के मकान को सोमवार को ही नगर निगम ने गिराया है। काले रंग की गाड़ी के साथ फरार पुलिस को सूचना मिली है कि सोनिया दो दिन पहले तक मुंबई के ओशीवारा अपार्टमेंट में ही थी। बाद में यहां से अपनी काले रंग की गाड़ी के साथ गायब हो गई। वर्तमान में वह अपने किसी पुरुष मित्र के साथ है। इंदौर से भागने के बाद जीतू सोनी की
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जिस ऑफिस में बैठकर नामदार लोगों को ब्लैकमेल करता था जीतू सोनी, प्रशासन ने चलाया बुलडोजर ‘मुझे जानते नहीं, झूठे केस में फंसवा दूंगी’ सोनिया सोनी से बिल्डिंग के रहवासी बेहद परेशान हैं। वर्ष 2013 में भी रहवासियों ने उसके खिलाफ थाने में शिकायत की थी। हालांकि बाद में
जीतू सोनी ने रसूख के बल पर इसे रफादफा करवा दिया। इसी साल मई में भी सोनिया के खिलाफ एक रहवासी ने शिकायत की। सोनिया बिल्डिंग वालों को बार-बार यही कहती रही है, ‘मुझे जानते नहीं हो, झूठे केस में फंसवा दूंगी।’