जूडा अध्यक्ष डॉ. कृपाशंकर तिवारी ने बताया कि हमारी सारी मांगें जायज हैं, लेकिन सरकार ने पहले एस्मा लगा दिया, इसके बाद कार्रवाई शुरू कर दी। हड़ताल खत्म करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री मिलने का समय नहीं दे रहे हंै। आज मुख्यमंत्री से मिलने के लिए प्रदेशभर के जूडा पदाधिकारी भोपाल में एकजुट हो रहे हैं। संभावना है कि आज मुलाकात का समय मिल जाएगा।
लगातार बना रहे दबाव-डॉ. तिवारी ने बताया कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी, हड़ताल जारी रहेगी। भले सरकार लगातार कार्रवाई करती जाए। हमारे ऊपर काम पर आने के लिए लगातार दबाव डाला जा रहा है।
मरीज हो रहे परेशान जूडा और नर्सिंग हड़ताल के चलते एमवायएच में मरीज और उनके परिजन परेशान हो रहे हैं। बुधवार को भी ओपीडी से लेकर वार्ड तक अव्यवस्थाओं का दौर जारी रहा। हालांकि एमवायएच में स्वास्थ्य विभाग से नर्स और डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन इतना अपर्याप्त है। कई मरीजों को हड़ताल का बोल कर लौटाया जा रहा है। कई वार्ड में नर्स ही डॉक्टर का काम कर रही है।
नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल जारी जूडा के साथ ही नर्सिंग एसोसिएशन भी हड़ताल पर है। आज चौथे दिन भी हड़ताल जारी है और पदाधिकारी प्रदेश में नर्सेस की कार्रवाई वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। इधर, प्रशासन और सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है। संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष सोहन लाल शर्मा ने बताया कि एमवायएच में नर्सों की ऑटोनॉमस बॉडी हड़ताल पर है, जिसमें ५०० से अधिक नर्सें शामिल हैं। हड़ताल खत्म करने के लिए प्रशासन अब मनमानी पर उतर आया है। पता चला है कि चार नर्सों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने और रजिस्ट्रेशन खारिज करने के लिए प्रक्रिया की जा रही है। अब जब तक ग्वालियर और जबलपुर में नर्सों के खिलाफ हुई कार्रवाई वापस नहीं ली जाती, हड़ताल जारी रहेगी।