खास बात यह है कि यह पार्टी हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा दी जाती है। सभी हाईकोर्ट में गर्मियों के दिनों में एक महीने का अवकाश होता है, पहले यह अवधि दो से ढाई महीने होती थी। शुक्रवार को भी दोपहर 1.40 बजे इंदौर हाई कोर्ट में इस परंपरा का निर्वहन किया गया। इसमें हाई कोर्ट के सभी जज एवं अधिकांश सदस्य अभिभाषकों ने हिस्सा लिया। एक महीने की छुट्टी से पहले एक दूसरे से सौहाद्र्रपूर्ण मुलाकात के लिए यह पार्टी होती है। अधिकृत रूप से तो इंदौर में यह परंपरा 1960 से चल रही है, लेकिन कुछ लोगों का कहना है यह परंपरा अंग्रेजों के समय से चली आ रही है। ब्रिटिश शासन काल में बेरिस्टर (न्यायधीशगण) गर्मियों में इंग्लैंड जाते थे। वहां जाने से पहले वह साथियों एवं वकीलों से मुलाकात करते थे तभी से यह परंपरा शुरू हुई जो अब तक तक जारी है। जबलपुर हाई कोर्ट में तो आइस्क्रमी पार्टी के रूप में बाकायदा डिनर का आयोजन किया जाता है।
400 सदस्य मौजूद केश भटनागर और सचिव पंकज सोहनी ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी आइस्क्रीम पार्टी की परंपरा का निवर्हन किया गया, जिसमें न्यायमूर्तिगण और वकीलों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। दोपहर करीब 1.45 बजे प्रशासनिक न्यायमूर्ति एससी शर्मा, जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव, जस्टिस रोहित आर्य, जस्टिस वंदना कसरेकर, जस्टिस विवेक रूसिया, जस्टिस वीरेंद्र सिंह, जस्टिस सुनील कुमार अवस्थी और जस्टिस शैलेंद्र शुक्ला कोर्ट परिसर के भीतर गार्डन में आइस्क्रीम पार्टी स्थल पर पहुंचे। सभी का अभिवादन करने के बाद अध्यक्ष भटनाकर ने सभी न्यायमूर्तिगण को आइस्क्रीम सर्व की। इस दौरान करीब 400 सदस्य मौजूद थे।