कृष्णपाल सिंह चौहान इंदौर.
भागीरथपुरा स्थित कान्ह नदी में कुछ दिन पूर्व जहरीला केमिकल से करीब डेढ़ हजार स्थाीनय रहवासियों की जान पर बन आई थी। नदी में जानलेवा केमिकल छोडऩे वाले की पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी थी। बुधवार को एक सूचना के बाद उक्त केमिकल छोडऩे वाले टैंकर चालक को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा है। पूछताछ में उसने कबूला है की ३ अक्टूबर को उसने बड़ी मात्रा में कान्ह में केमिकल छोड़ा था। तब नदी से अचानक उठे धुआं को देख वह फरार हो गया था। वह पकड़े जाने के डऱ से उज्जैन स्थित एक ढ़ाबे पहुंचा। मामला शांत होने के बाद वह दोबारा टैंकर में बचा केमिकल को शिप्रा क्षेत्र स्थित कान्ह पर धोने पहुंचा। उक्त टैंकर ड्राइवर को सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक बुधवार को मुखबिर से सूचना मिली थी की टैंकर चालक ग्राम श्याणा और पटवा के बीच आने वाले कान्ह ब्रिज के नीचे अपना टैंकर धो रहा है। टैंकर से निकले केमिकल से नदी के पानी में झाग बनने के साथ धुआं उठ रहा है। टीम ने टैंकर साफ करने वाले को मौके से पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना नाम प्रकाश ४० पिता गंगाराम बलाई निवासी शाजापुर बताया है। इस दौरान टीम ने उससे पूछा की वह नदी के पानी से टैंकर में क्या धो रहा है। इस पर वह कोई सटीक जबाव नहीं दे पाया। टैंकर चालक से सख्ती से पूछताछ की गई। उसने बताया की वह केमिकल गीताश्री गार्डन के गोदाम से लेकर आया है। केमिकल मनोहर पोरवाल का है। वहीं टैंकर योगेंद्र चंद्रावत निवासी नागदा का है। टैंकर में स्टोर जिस केमिकल को वह नदी में बहा रहा था उसके बारे में ड्राइवर ने बताया की ३ अक्टूबर को भी उसने उक्त केमिकल भागीरथपुरा नाले में छोड़ा था। अचानक पानी से धुआं उठते देख वह टैंकर लेकर भाग निकला। टैंकर को वह ग्राम इंगोरिया, उज्जैन लेकर पहुंचा। यहां स्थित एक ढ़ाबे पर पकड़े जाने के डऱ से उसने टैंकर छुपा दिया। उसने सोचा की मामला ठंडा हो चुका है। इसलिए बुधवार को फिर टैंकर में बचे केमिकल को नदी में छोडऩे के लिए पहुंच गया। वह टैंकर से केमिकल निकालने के बाद उसे धो रहा था। संबंधित गुजरात पासिंग टैंकर को जब्त किया है। मामले में आरोपी प्रकाश के खिलाफ पुलिस ने धारा २६९,२७७, २७८,२८४ के तहत केस दर्ज किया है।