सिंधिया के शेड्यूल के मुताबिक वे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के घर जाएंगे। कैलाश से तो उनकी पुरानी अदावत रही है, इसके वाबजूद उनके यहां चाय पीएंगे। साथ ही सांवेर विधानसभा के लिए अपने करीबी मंत्री तुलसी सिलावट की जमीन मजबूत करने स्थानीय कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। इसके बाद रणनीति तैयार करेंगे।
सिंधिया उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी का रामघाट पर पूजन भी करेंगे। ऐसी परंपरा है कि सिंधिया परिवार का सदस्य उज्जैन में बाबा महाकाल की सावन की आखिरी सवारी का पूजन करते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया इस परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं।
17 अगस्त को ज्योतिरादित्य सिंधिया दोपहर 1 बजे के करीब इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वहां से सीधे वह महू जाएंगे, जहां शिवराज सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर से मुलाकात करेंगे। उषा ठाकुर से मुलाकात के बाद वह उज्जैन जाएंगे। वहां बीजेपी सांसद अनिल फिजोरिया से मिलेंगे। उसके बाद मंत्री मोहन यादव से भी ज्योतिरादित्य सिंधिया मिलेंगे। उसके बाद शाम को वह महाकाल की शाही सवारी का पूजन कर इंदौर लौट जाएंगे।
सिंधिया जिस तरह भाजपा नेताओं के घर-घर जाकर मुलाकात करेंगे इससे साफ है कि वे ग्वालियर-चंबल अंचल की तरह मालवा-निमाड़ में भी अपनी पकड़ और मजबूत करना चाह रहे हैं। सांवेर उपचुनाव में भाजपा से अधिक सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। क्योंकि यहां से उनके करीबी तुलसी सिलावट को उपचुनाव लड़ना है। कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद सिंधिया का यह बदला स्वरूप दिखाई दे रहा है। वह कांग्रेस में रहते हुए जब भी इंदौर आते थे तो अधिकतर एमपीसीए सदस्यों से ही मुलाकात करते थे। मंत्री नेताओं के घर सिर्फ खुशी या गम के मौकों पर ही जाते थे। अब करीब छह महीने बाद जब वो भाजपा में हैं तो पहली बार इंदौर आ रहे हैं। इसके साथ ही सिंधिया पहली बार एक साथ 10 बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे।