ये क्या बोल गए विजयवर्गीय ?
इंदौर के बीजेपी कार्यालय में पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अग्निपथ योजना को लेकर प्रेस से बात कर रहे थे। इस दौरान योजना को लेकर देशभर में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर कहा कि ये घटनाएं बेहद दुखद हैं क्योंकि अग्निपथ योजना एक लाभकारी योजना है। उन्होंने आगे कहा कि चार साल तक सेवा के बाद जब अग्निवीर सेवा कर बाहर निकलेंगे तो उनके पास 11 लाख रुपए होंगे और उनकी छाती पर अग्निवीर (AGNIVEER) का तमगा होगा। इसके आगे विजयवर्गीय ने वो बात कही जिसे लेकर बवाल मच गया। दरअसल विजयर्गीय ने कहा कि अगर उन्हें बीजेपी के दफ्तर में सिक्योरिटी गार्ड रखना है तो वो गार्ड की नौकरी के लिए अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे।
बीजेपी महासचिव कर रहे सैनिकों का अपमान,
— MP Congress (@INCMP) June 19, 2022
— बीजेपी कार्यालय के बाहर चौकीदार बनेंगे अग्निवीर।
मोदी जी,
इसी मानसिकता का डर था।
“बेशर्म सरकार” pic.twitter.com/yEuyCalVlw
कांग्रेस ने साधा निशाना
कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति लेते हुए विजयवर्गीय पर हमला बोला है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया पर बयान जारी कर लिखा गया है- बीजेपी महासचिव कर रहे सैनिकों का अपमान, बीजेपी कार्यालय के बाहर चौकीदार बनेंगे अग्निवीर। मोदी जी, इसी मानसिकता का डर था। “बेशर्म सरकार”
BJP के मंसूबों का सबसे बड़ा कबूलनामा...#AgnipathWapasLo pic.twitter.com/s1b9nNhA9x
— Srinivas BV (@srinivasiyc) June 19, 2022
युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी विजयवर्गीय के बयान की निंदा की और उसका वीडियो शेयर करते हुए लिखा- भाजपा के मंसूबों का सबसे बड़ा कबूलनामा...
जिस महान सेना की वीर गाथाएँ कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 19, 2022
भारतीय सेना माँ भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं। pic.twitter.com/Ehq0rwx0zV
वहीं पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी ट्वीट कर विजयवर्गीय पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा- जिस महान सेना की वीर गाथाएँ कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना माँ भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक 'नौकरी' नहीं।

विजयवर्गीय ने दी सफाई
बयान पर बवाल मचने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्विटर पर ट्वीट कर मामले पर सफाई दी। उन्होंने लिखा कि ग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे, सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जायेंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा। मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था। कैलाश ने कहा कि टूलकिट से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं। यह देश के कर्मवीरों का अपमान होगा। राष्ट्रवीरो-धर्मवीरों के ख़िलाफ़ इस टूलकिट गैंग के षड्यंत्रों को देश भली भांति जानता है।