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कांग्रेस के अध्यादेश पर कैलाश-मोघे बोले- ये राजीव जी के विचारों की हत्या, दबा हुआ महसूस करेगा महापौर

locationइंदौरPublished: Oct 08, 2019 05:35:08 pm

मध्यप्रदेश में अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर चुनाव के अध्यादेश को राज्यपाल ने दी है मंजूरी

कांग्रेस के अध्यादेश पर कैलाश-मोघे बोले- ये राजीव जी के विचारों की हत्या, दबा हुआ महसूस करेगा महापौर

कांग्रेस के अध्यादेश पर कैलाश-मोघे बोले- ये राजीव जी के विचारों की हत्या, दबा हुआ महसूस करेगा महापौर

इंदौर. अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर के चुनाव वाले अध्यादेश को राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है। अब मप्र की जनता सीधे महापौर को नहीं चुन पाएगी। अध्यादेश लौटाने पर भाजपाई खेमे में खुशी की लहर थी। इंदौर में जो दिग्गज नेता महापौर चुनाव लडऩे का सपना संजोए बैठे थे, उनके लिए यह बड़ा झटका है। मामले को लेकर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि यह फैसला लोकतंत्र के खिलाफ है। कांग्रेस राजीव जी के विचारों की हत्या कर रही है। ये उनके विचार थे कि लोकल बॉडी सशक्त हो, पंचायत सशक्त हो।
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प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने महापौर के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने का फैसला किया था। कमलनाथ सरकार के इस फैसले को राज्यपाल लालजी टंडन से पहले मंजूरी नहीं मिली। सरकार ने इसे अध्यादेश के रूप में पास करवाना चाहा, लेकिन टंडन ने इसे लौटा दिया। इससे राजनीतिक भूचाल आ गया। कल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान उनसे मिलने पहुंचे तो बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भेंट की। इसके बाद मंगलवार सुबह राज्यपाल ने इसे मंजूरी दे दी।
महापौर खुद को दबा हुआ महसूस करेगा

नगर निगम चुनाव के प्रदेश प्रभारी कृष्णमुरारी मोघे का कहना है कि अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव की बात गलत है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विसंगति को दूर करने के लिए प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने का फैसला किया था। सभी राजनीतिक दलों ने उसका स्वागत किया था। कांग्रेस उनकी भावनाओं को खत्म करने का काम कर रही है। अप्रत्यक्ष चुनाव में महापौर हमेशा दबा हुआ महसूस करेगा। उसे दबाव में काम करना होगा। खरीद-फरोख्त भी होगी, इंदौर इसका उदाहरण रहा है।
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