राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की अगुवाई में 15 अगस्त को मंदसौर से शुरू हुई किसान अन्नदाता अधिकार यात्रा सोमवार को इंदौर पहुंची
राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्काजी के नेतृत्व में यह यात्रा प्रदेश के 51 जिलों में 75 दिन में 28 अक्टूबर को भोपाल पहुंचेगी। इंदौर में अग्रवाल पब्लिक स्कूल से शुरू हुई ये यात्रा महूनाका होते हुए आगे प्रस्थान करेगी।
कक्काजी ने कहा कि सही मायने मे आजादी भ्रष्ट नेता,अधिकारी और उद्योगपति को मिली है, और मजदूर,किसान,मध्यम वर्ग को आज भी यह आजादी अधूरी ही मिली है। इन्हीं मुद्दो को लेकर 15 अगस्त से किसान और मजदूरों को पूरी आजादी दिलाने के उद्देश्य से मंदसौर से इस यात्रा को प्रारंभ किया है । कक्काजी ने प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव पर कहा की हमे सरकार से कोई लेना देना नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान हुए पथराव पर मुख्यमंत्री को आड़े हाथो लेते हुए कहा की ये 15 साल के शोषण का विस्फोट है।
दरअसल राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की प्रमुख चार मांग है जिसमे किसानों को उसकी फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिया जाए,किसानों के कर्जो को माफ किये जाए, जो छोटे किसान मंडी तक नहीं पहुंच पाते है,ऐसे किसानों को 18 हजार रुपये पेंशन दी जाए ताकि अपने परिवार की व्यवस्था कर सके। सभी तरह की फसले सब्जी आलु, प्याज, लहसुन एवं दूध के लिए भी समर्थन मूल्य घोषित किया जाए व सभी फसलों की खरीददारी सुनिश्चित की जाए जैसी मांगे शामिल है.. इसी के लिए किसान अन्न दाता अधिकार यात्रा निकाली जा रही है ।