प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर गांधी भवन में कार्यकर्ताओं का आज मानेंगे आभार, विधानसभा चुनाव में हार-जीत की होगी समीक्षा
मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे कमलनाथ…इंदौर से भोपाल जाएंगी कांग्रेसियों की भीड़
इंदौर. विधानसभा चुनाव में इंदौर शहर की चार और ग्रामीण क्षेत्र की एक सीट पर कांग्रेस क्यों हारी? इसकी समीक्षा करने के साथ प्रदेश में सरकार बनने पर भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने को लेकर आयोजित समारोह में जाने की प्लानिंग होगी। इसको लेकर पार्टी कार्यालय में आज बैठक है। सरकार बनने पर कार्यकर्ताओं का आभार भी माना जाएगा।
प्रदेश का मुखिया बनने के लिए प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ के साथ-साथ सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी खम ठोक दिया था। इसके बाद प्रदेश में विधायक दल का नेता तय करने में पार्टी हाईकमान को काफी मशक्कत करना पड़ी, जो कि सफल रही और मुख्यमंत्री बनाने के लिए नाथ के नाम पर मुहर लगी। वे 17 दिसंबर को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर दोपहर 1.30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसमें शामिल होने के लिए इंदौर से नाथ समर्थक सहित अन्य कई कांग्रेसी भोपाल जाएंगे। इसको लेकर आज दोपहर 2 बजे पार्टी कार्यालय गांधी भवन में बैठक रखी गई है। शहर कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल की मौजूदगी में यह बैठक होगी। इसमें शपथ ग्रहण समारोह में जाने की प्लानिंग करन के साथ चुनाव में निष्ठा से काम करने वाले कार्यकर्ताओं का आभार भी माना जाएगा। बैठक में शहर कांग्रेस के पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, हारे-जीते विधायक, पार्षद और मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों को बुलाया गया है ताकि नाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान इंदौर से अच्छी-खासी भीड़ जुटे।
इधर, विधानसभा चुनाव में इंदौर शहर की दो, तीन, चार और पांच नंबर सीट कांग्रेस क्यों हारी? इसका क्या कारण रहा? इसको लेकर समीक्षा बैठक 16 दिसंबर को छत्रीबाग पुलिस लाइन में दोपहर 12 बजे रखी गई है। मप्र राजीव विकास केंद्र के बैनर तले यह बैठक होगी। हार-जीत की समीक्षा करने के साथ भोपाल जाने को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी। केंद्र के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव की मौजूदगी में यह बैठक होगी। शहरी क्षेत्र के साथ महू विधानसभा में हुई हार को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
मंत्री पद को लेकर मशक्कत जारी कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ में 15 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं, लेकिन अभी नाम तय करने को लेकर मशक्कत जारी है, क्योंकि नाथ सहित पार्टी के अन्य नेता अपने-अपने लोगों को एडजस्ट करने में लगे हैं। कांग्रेसियों की मानें तो नाथ ने अपने मंित्रमंडल में किसको शामिल करना है इसको लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सूची भेज दी है। शपथ ग्रहण करने के पूर्व अगर नाम पर मुहर लग गई तो ठीक वरना नाथ अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।