जिम्मेदार अफसरों के सुस्त रवैये के चलते आज से नदी सफाई अभियान शुरू नहीं हो पाया है। इसके साथ ही न तो कार्ययोजना बनी और न ही कार्यविभाजन हुआ है। बैठक नहीं होने के साथ फंड खर्च करने को लेकर निर्णय नहीं हुआ। ऐसे में अब नदी सफाई कैसे होगी? मालूम हो कि कलेक्टर निशांत वरवड़े ने विशेष रुचि लेकर जिले की मुख्य सरस्वती, कान्ह, फतनखेड़ी व अन्य सहायक नदियों के गहरीकरण एवं उनके आसपास पौधारोपण के लिए समन्वित व एकीकृत कार्ययोजना बनाकर उसे प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करने का जिम्मा ले रखा है। बावजूद इसके नदी सफाई में कौताही बरती जा रही है, लेकिन किसी जिम्मेदार अफसर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसीका नतीजा है कि नदी सफाई के काम में लगातार ढिलपोल रवैया अपनाया जा रहा है।