304 करोड़ की लागत से बन रहे कारम डैम में रिसाव होने की वजह से संकट खड़ा हो गया। बांध के टूटने की आशंका बनने से दो दिन पहले नेशनल हाईवे बंद करने के साथ में आसपास के 12 गांवों को खाली करा लिया गया। हालांकि सरकार ने सभी के ठहरने से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था कर रखी है जिससे परिवार संतुष्ट व खुश हैं। दूसरी तरफ सरकार ने बांध को टूटने से रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी।
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के निर्देश पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, राज्यवर्धनसिंह दत्तीगांव और प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी मौके पर डटे हुए हैं। उसके साथ में दर्जनों अफसर के साथ सैकड़ों कर्मचारियों का अमला लगा हुआ है जो डैम के पास से चैनल बनाने में जुटा हुआ था। इस काम में सफलता मिल गई है और चैनल से पानी तेजी से निकलना शुरू हो गया है।
मंत्री सिलावट ने चर्चा में बताया कि रात से चैनल से पानी तेज गति से निकल रहा है। वर्तमान में बांध में 15 एमसीएम पानी भरा हुआ है जिसमें से 5 एमसीएम पानी निकलना जरूरी है। प्रयास है कि चार-पांच घंटे में इतना पानी निकल जाएगा तो बड़ी राहत हो जाएगी। मुख्यमंत्री लगातार पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर समीक्षा कर रहे हैं। सुबह पानी की निकासी की गति तेज हो गई है।