रालामंडल के ठीक नीचे प्राकृतिक सौंदर्य के बीच में नई डीआरपी लाइन आ रही है, जिसको लेकर स्वीकृति हो गई। प्रशासन जमीन आवंटित कर रहा है तो कुछ जमीन पर अवैध निर्माण हो गए हैं और कुछ काम अब भी चल रहे हैं। तहसीलदार राजेश सोनी ने सभी लोगों को बेदखली का नोटिस थमा दिया, जिसके बाद से हड़कम्प मचा हुआ है। पीडि़तों की संख्या एक-दो नहीं, करीब पांच सौ है। सभी ने 2 से 4 लाख रुपए तक जमीन के जालसाजों देकर प्लॉट खरीदे हैं। नोटिस के बाद से इनमें हड़कम्प मचा हुआ है। एक तरफ तो प्लॉट व मकान जाने का गम, दूसरी तरफ अब धमकियां मिल रही है। कुछ पीडि़तों ने गोपनीय तौर पर जिला प्रशासन को अलग-अलग शिकायतें की हैं।
हमारे साथ धोखाधड़ी की एक शिकायतकर्ता ने बताया कि सुरेश सोलंकी निवासी सनवादिया ने बिहाडिय़ा में नई बस्ती काटकर उन्हें प्लॉट दिया। एडवांस नकद लेकर 100 रुपए के स्टाम्प पर सौदा किया, जिसकी किस्तें वे अभी भी चुका रहे हैं। रजिस्ट्री करके देने का वादा किया था। सोलंकी ने हमारे साथ धोखाधड़ी की। अब जब हमने धोखाधड़ी की शिकायत की बात कही तो कम्मू व सत्येंद्र के साथी अश्विन ने घर आकर मां और पत्नी को जान से मारने की धमकी दी। बोल रहे हैं कि अगर थाने या पुलिस के पास गए तो तुम्हारी पत्नी को जान से मार देंगे। जिंदा रहना है तो मुंह बंद रखो। पीडि़तों का कहना है कि हमारे मकान नहीं तोड़ें और आरोपियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करें। इधर, सभी शिकायतों पर प्रशासनिक अफसर पूरी तरह से नजर रखे हैं।
ये भी हुई शिकायत
एक शिकायत में ये भी बताया गया कि विजय लाला, विष्णु वर्मा, भवानी सिंह और राजेश परमार ने वर्ष 2018 में खसरा नंबर 670/2-3 पर अवैध कॉलोनी काटी थी। पूरे पैसे जमा करवाए जाने के बाद रजिस्ट्री करके देने का वादा किया था। बाद में पटवारी ने हमको जानकारी दी कि ये जमीन तो सरकारी है।
एक शिकायत में ये भी बताया गया कि विजय लाला, विष्णु वर्मा, भवानी सिंह और राजेश परमार ने वर्ष 2018 में खसरा नंबर 670/2-3 पर अवैध कॉलोनी काटी थी। पूरे पैसे जमा करवाए जाने के बाद रजिस्ट्री करके देने का वादा किया था। बाद में पटवारी ने हमको जानकारी दी कि ये जमीन तो सरकारी है।