इंदौर

खजराना गणेश से भक्तों की अजब गजब डिमांड, दानपेटी में नोटों के साथ निकले कई लेटर

Khajrana ganesh mandir:मान्यता के अनुसार इस मंदिर में पूजा करने पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं…

इंदौरMar 22, 2024 / 05:36 pm

Nisha Rani

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Khajrana ganesh mandir:इंदौर में खजराना के गणेश जी से भक्तों की अजब गजब डिमांड है, जिसके लिए उनके भक्तों ने लेटर लिखा है। खजराना गणेश मंदिर की दान पेटी खुली तो नोटों के साथ ये लेटर मिले, जिसे पढ़कर गिनने वाले हैरान रह गए। हालांकि बाद में इसे गणेशजी के चरणों में रख दिया गया। आइये जानते हैं भक्तों ने गणेशजी से ऐसी कौन सी डिमांड की है।

 


इंदौर में खजराना का गणेश मंदिर आसपास के जिलों समेत मध्य प्रदेश के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है। इंदौर के विजय नगर से कुछ दूरी पर खजराना चौक के पास स्थित इस मंदिर का निर्माण मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर ने कराया था। बुधवार और रविवार को यहां बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। मान्यता के अनुसार इस मंदिर में पूजा करने पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। अगस्त और सितंबर के महीने में पड़ने वाला विनायक चतुर्थी का त्योहार यहां भव्य तरीके से मनाया जाता है। यह मंदिर सरकार के नियंत्रण में है और भट्ट परिवार प्रबंधन करता है।


मंदिर करीब 300 साल पुराना बताया जाता है। कहा जाता है कि औरंगजेब काल में गणेशजी की मूर्ति की रक्षा करने के लिए, इसे कुएं में छिपा दिया गया था। बाद में 1735 में रानी अहिल्याबाई होल्कर ने इसे कुएं से निकलवाया और मंदिर का निर्माण कराया। इस मंदिर के गर्भगृह की बाहरी दीवार और दीवार चांदी से बनी है। देवता की आंखें हीरे से बनी होती हैं जो इंदौर के एक व्यवसायी ने दान में दी थी। वहीं मंदिर की मुख्य मूर्ति सिंदूर से बनी हुई है।

मंदिर में इन देवताओं की भी मूर्ति
इस मंदिर में गणेश जी के अतिरिक्त माता दुर्गा जी, महाकालेश्वर का भूमिगत शिवलिंग, गंगा जी की मगरमच्छ पर जलधारा मूर्ति, लक्ष्मी जी का मंदिर, साथ ही हनुमान जी की झांकी स्थापित है। यहां शनि देव मंदिर और साई नाथ का भी भव्य मंदिर है।

दान पेटी में क्या-क्या मिले (Donation in khajarana ganesh dan peti)
बता दें कि पांच महीने के अंतराल में खरजाना गणेश मंदिर की दानपेटी से दान गिनने का काम अभी चल रहा है। सीसीटीवी की निगरानी में मंदिर और प्रशासनिक कर्मचारी मंदिर परिसर के ऑफिस हॉल में इस समय दान के पैसों की गिनती कर रहे हैं। अभी तक लगभग 1 करोड़ 72 लाख रुपये की दान राशि पेटियों से निकल चुकी है। इसके अलावा मंदिर की दानपेटी बंद हो चुके दो हजार के 6-7 नोट , सोने चांदी के जेवरात भी निकले हैं।

भक्तों ने लिखी चिट्ठी, जानें की, कैसी-कैसी फरियाद
मंदिर में लगी दान पेटियों में भक्तों ने रुपये तो चढ़ाए ही हैं, उसके साथ ही उन्होंने अपनी परेशानियों को दान कर दिया है। इस बार दान पेटियों से बड़ी संख्या में भक्तों की ओर से भगवान गणेश जी को लिखे गए परेशानी से संबंधित पत्र मिले हैं। इन्हें गणेश जी को अर्पित कर दिया गया है। इन पत्रों में सबसे खास पत्र वह था जिसमें किसी ने अपने प्यार को दिलाने का आग्रह गणेश जी से किया था। वहीं पत्रों में किसी ने नौकरी मांगी है, किसी ने कर्ज से मुक्ति मांगी है तो किसी ने रईस जिंदगी मांगी है।

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