पहले खंडवा-इंदौर के बीच करीब 70 और बुरहानपुर तक 20 बसें संचालित होती थीं
खंडवा-अकोला ट्रैक बंद होने से बसों में महंगे सफर को मजबूर
इंदौर. इंदौर से खंडवा-अकोला ट्रैक बंद होने से बस का ही विकल्प होने से यात्री पांच गुना राशि अदा कर यात्रा करने को मजबूर हैं। इंदौर से खंडवा तक टे्रन में 30 रुपए में यात्रा हो जाती थी, अब 130 रुपए चुकाना पड़ रहे हैं। पश्चिम रेलवे द्वारा तीन साल पहले 1 जनवरी को ट्रैक बंद करने के दौरान अधिकारियों ने इसे 2020 तक पूरा करने का दावा किया था, मगर खंडवा से सनावद तक का ही काम पूरा नहीं हो पाया। वहीं महू से सनावद तक काम करने में कितना और समय लगेगा रेलवे अधिकारी यह बताने में असमर्थ हैं। महू से सनावद तक मीटरगेज ट्रैक 64 किमी का है, जो ब्रॉडगेज बनने के बाद 85 किमी हो जाएगा।
ट्रैक बंद होने के बाद बढ़ गई बसें पहले खंडवा-इंदौर के बीच करीब 70 और बुरहानपुर तक 20 बसें संचालित होती थीं। ट्रैक बंद होने के बाद तीन साल में 130 से अधिक बसें चलने लगी हैं। कुछ बसें तो दो फेरे तक लगाती हैं। ट्रैक का काम शुरू करने के लिए कई बार रेलवे संगठनों ने ज्ञापन भी दिए, लेकिन रेलवे ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया।