गलत नीयत से बालिका को ले गया था आरोपी
सागर बस स्टैंड पर परिजन ने देखा तो बच गई बच्ची
पुलिस ने विभिन्न धाराओं में आरोपी पर किया केस दर्ज
भोपाल की किशोरी का भी कर चुका है शारीरिक शोषण
8 साल की बच्ची को बीवी बनाकर रखने के लिए ले गया पड़ोसी, चलती बस में करने वाला था रेप
इंदौर. सदर बाजार से अपहृत हुई 8 साल की बालिका के अपहरण के पीछे आरोपी की गलत नीयत थी। वीडियो कोच बस में इंदौर से सागर जाते समय भी उसने दुष्कर्म का प्रयास किया था। वह उसे अपनी पत्नी बनाकर रखना चाहता था। पांच साल भोपाल से करीब 12 साल की किशोरी का अपहरण कर अपने साथ ले आया था और यहां साथ रखकर उसका शारीरिक शोषण किया। फर्जी तरीके से वोटर आईडी बनाने पर धोखाधड़ी की धारा भी पुलिस ने लगा दी है।
घर के पास किराए के मकान में रहता था एएसपी मनीष खत्री व सीएसपी शेषनारायण तिवारी ने बच्ची के परिजन से पूछताछ के बाद छानबीन शुरू कराई। टीआई आनंद वर्मा ने आसपास के सीसीटीवी की रिकार्डिंग चेक की तो उसमें बच्ची एक युवक के साथ दिखी थी। युवक की पहचान संतोष पटेल के रूप में हुई जो बच्ची के घर के पास एक मकान में किराए से रहता था। संतोष पटेल के नाम से बना एक वोटर आईडी कार्ड भी पुलिस को मिला। लोगों ने बताया संतोष मूल रूप से सीहोर का निवासी थी लेकिन वह जानकारी गलत निकली। संतोष के साथ एक किशोरी रहती थी जो पिछले कुछ दिनों से लापता है। किशोरी के संबंध में पता चला कि उसकी एक युवक से दोस्ती हो गई थी और उसने किशोरी को मोबाइल दिलाया था। मोबाइल नंबर की छानबीन करते हुए एसआई शिवप्रतापसिंह सोलंकी के नेतृत्व में एक टीम को सागर भेजा।
ममेरे भाई-बहन को नजर आई बच्ची रविवार दोपहर बच्ची संदेही संतोष के साथ सागर बस स्टैंड पर उसके ममेरे भाई बहन को नजर आई और उनकी सक्रियता से आरोपी पकड़ा गया। इंदौर लाकर पूछताछ करने पर पता चला आरोपी के साथ जो किशोरी रहती थी उसका आरोपी ने करीब 5-6 साल पहले जहांगीराबाद भोपाल से अपहरण किया था। तब उसकी उम्र 12 साल थी, यहां लाकर आरोपी ने किशोरी का शारीरिक शोषण किया। 2014 में जहांगीराबाद में उसके अपहरण की कायमी भी हुई थी। किशोरी की दूसरे युवक से दोस्ती हुई तो मारपीट करने लगा जिस पर वह अपने गांव भाग गई थी।
उसे अपनी पत्नी बनाकर रखना था पूछताछ में आरोपी ने माना कि शोषण के लिए ही उसने सदरबाजार की बच्ची का अपहरण किया था। वह उसे अपनी पत्नी बनाकर रखना चाहता था। बस में सागर जाते समय भी दुष्कर्म का प्रयास किया था जिसकी धारा बढ़ा दी है। फर्जी आरोपी का असली नाम हरिसिंह है लेकिन उसने संतोष के नाम से वोटर कार्ड बनवाया जिस पर धोखाधड़ी की धाराएं बढ़ाई हैं। भोपाल के केस में भी दुष्कर्म की धारा बढ़ाने के लिए लिखा जा रहा है। पूछताछ से लग रहा है कि आरोपी मानसिक रूप से विकृत है, पुलिस उसे कड़ी सजा दिलाने का प्रयास करेगी।