कान्ह-सरस्वती और फतन खेड़ी नदी की सफाई के साथ तालाब-नदी किनारे हुए कब्जों को हटाने की लड़ाई समाजसेवी कोडवानी लंबे समय से लड़ रहे हैं। इन कामों को करने के लिए पूर्व कलेक्टर निशांत वरवड़े के निर्देशन में एक कमेटी का जहां गठन हुआ, वहीं पायलेट प्रोजेक्ट बनाकर काम शुरू करने की योजना भी बनी, लेकिन इस पर आज तक काम शुरू नहीं हुआ। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने भी निर्देश दिए पर पालन नहीं हुआ। एनजीटी के निर्देश के पालन के साथ नदी सफाई और कब्जा हटाने के लिए बनी कमेटी से काम कराने के लिए समाजसेवी कोडवानी ने फिर मैदान संभाल लिया है। इसके चलते वे आज सुबह ९ बजे अपने साथियों के साथ बिजलपुर पहुंचे। यहां पर नदी सफाई को लेकर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी के घर के बाहर धरना शुरू कर दिया है। धरने पर उनके साथ महेश वर्मा, प्रशांत पांडे और आशीष चौधरी बैठे हंै, जो कि नदी सफाई को लेकर ठोस निर्णय नहीं होने तक धरना देते रहेंगे। हालांकि कोडवानी तो मंत्री पटवारी के घर पर धरना देने पहुंच गए, लेकिन वे मिले नहीं, क्योंकि आज से विधानसभा का सत्र होने से पटवारी भोपाल हैं। कोडवानी का कहना है कि जब तक पटवारी समस्या का हल नहीं निकालेगें, तब तक धरना जारी रहेगा।
जून से बंद है काम
कोडवानी ने कहा कि एनजीटी के आदेश उपरांत भी जून-2018 से नदी सफाई का काम ठप पड़ा है। पिपलियाहाना तालाब को लेकर आज भी स्पष्ट स्थिति नहीं बनने के साथ बिजलपुर और निपानिया सहित 62 तालाब, 10 नदियां इंदौर बेसिक पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण नहीं हट रहे हैं। मंत्री पटवारी ने नदी सफाई से लेकर तालाब में होने वाले अतिक्रमण को लेकर हुए संघर्ष में अनेक बार सहभागिता निभाई है। इंदौर की प्रमुख 3 नदियां कान्ह, सरस्वती और फतन खेड़ी और सात तालाब मंत्री पटवारी की राऊ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनके क्षेत्र से ही काम शुरू होना हैं। इसलिए आज उनके घर के बाहर धरना दिया जा रहा है, क्योंकि नदी-तालाबों को लेकर बनी प्लानिंग पर काम शुरू नहीं हो पा रहा है।
कोडवानी ने कहा कि एनजीटी के आदेश उपरांत भी जून-2018 से नदी सफाई का काम ठप पड़ा है। पिपलियाहाना तालाब को लेकर आज भी स्पष्ट स्थिति नहीं बनने के साथ बिजलपुर और निपानिया सहित 62 तालाब, 10 नदियां इंदौर बेसिक पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण नहीं हट रहे हैं। मंत्री पटवारी ने नदी सफाई से लेकर तालाब में होने वाले अतिक्रमण को लेकर हुए संघर्ष में अनेक बार सहभागिता निभाई है। इंदौर की प्रमुख 3 नदियां कान्ह, सरस्वती और फतन खेड़ी और सात तालाब मंत्री पटवारी की राऊ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनके क्षेत्र से ही काम शुरू होना हैं। इसलिए आज उनके घर के बाहर धरना दिया जा रहा है, क्योंकि नदी-तालाबों को लेकर बनी प्लानिंग पर काम शुरू नहीं हो पा रहा है।
जनता देगी पैसा
मंत्री पटवारी के घर पर धरना देने की घोषणा कोडवानी ने पहले ही कर दी थी। इस पर पटवारी ने उनसे फोन पर बात भी की, लेकिन न तो कोई समाधान हुआ और न ही कोई फैसला। कोडवानी के अनुसार चर्चा के दौरान पटवारी ने नदी सफाई को लेकर फंड नहीं होने की बात कही। इस पर उन्होंने सुझाव दिया कि हम तीनों यानी मंत्री पटवारी, कलेक्टर लोकेश जाटव और खुद कोडवानी रेसीडेंसी कोठी में बैठ जाएं। साथ ही नदी सफाई के लिए जनता से मदद मांगे, काम के लिए पूरा पैसा मिल जाएगा। उन्होंने प्रदेश सरकार से 10 करोड़ रुपए दिलाने की मांग भी रखी हैं। उन्होंने मंत्री पटवारी से मांग की है कि 31 मार्च 2019 तक पायलट प्रोजेक्ट कान्ह, सरस्वती, फतन खेड़ी नदी 30 किलोमीटर सफाई का कार्य पूर्ण कराया जाए।
मंत्री पटवारी के घर पर धरना देने की घोषणा कोडवानी ने पहले ही कर दी थी। इस पर पटवारी ने उनसे फोन पर बात भी की, लेकिन न तो कोई समाधान हुआ और न ही कोई फैसला। कोडवानी के अनुसार चर्चा के दौरान पटवारी ने नदी सफाई को लेकर फंड नहीं होने की बात कही। इस पर उन्होंने सुझाव दिया कि हम तीनों यानी मंत्री पटवारी, कलेक्टर लोकेश जाटव और खुद कोडवानी रेसीडेंसी कोठी में बैठ जाएं। साथ ही नदी सफाई के लिए जनता से मदद मांगे, काम के लिए पूरा पैसा मिल जाएगा। उन्होंने प्रदेश सरकार से 10 करोड़ रुपए दिलाने की मांग भी रखी हैं। उन्होंने मंत्री पटवारी से मांग की है कि 31 मार्च 2019 तक पायलट प्रोजेक्ट कान्ह, सरस्वती, फतन खेड़ी नदी 30 किलोमीटर सफाई का कार्य पूर्ण कराया जाए।